इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के गर्ल्स हॉस्टलों में नहीं है सेनेटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन Prayagraj News
इविवि के किसी भी गल्र्स हॉस्टल में सेनेटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन नहीं है। इसलिए छात्राओं को आसानी से नैपकिन नहीं मिल पाती। इसके लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
प्रयागराज,जेएनएन । सिने स्टार अक्षय कुमार अपनी फिल्म 'पैडमैनÓ में महिलाओं को होने वाली माहवारी की तकलीफ से निजात दिलाने के लिए सेनेटरी नैपकिन बनाने की मशीन बनाते हैं। हालांकि इसे आसानी से उपलब्ध कराने के लिए उन्हें काफी संघर्ष भी करना पड़ता है और इस कोशिश के लिए उन्हें नाम दिया जाता है 'पैडमैनÓ। ऐसे ही 'पैडमैनÓ की आवश्यकता इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के गल्र्स हॉस्टलों में महसूस की जा रही है। यहां समय-समय छात्राएं नैपकिन वेडिंग मशीन लगाने की मांग उठाती रही हैैं, पर जिम्मेदार लोग खामोश ही हैैं।
छात्राओं को होती है परेशानी
फिल्म पैडमैन का कथानक पीरियड्स के दौरान महिलाओं को संक्रमण से बचाने के लिए सेनेटरी नैपकिन बनाना है। सबसे बड़ी चुनौती पैड्स को आसानी से उपलब्ध कराने की दिखाई गई है। इविवि में कुछ कुछ ऐसा ही है। संस्थान के किसी भी गल्र्स हॉस्टल में सेनेटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन नहीं है। इसलिए छात्राओं को आसानी से नैपकिन नहीं मिल पाती। इसके लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। छात्राओं का कहना है कि उन्हें आमतौर पर मेडिकल स्टोर जाना पड़ता है। उपयोग में लाए गए पैड्स को वह डस्टबिन में डाल देती हैं। आवारा कुत्ते उन्हें कमरों के सामने फैला देते हैं। इससे संक्रमण का खतरा भी सताता रहता है। यदि गल्र्स हॉस्टलों में नैपकिन वेंडिंग मशीन लग जाए तो उन्हें परेशानियों का सामना नहीं करना होगा।
इतिहास विभाग में ही है सहूलियत
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मध्यकालीन एवं आधुनिक इतिहास विभाग के अध्यक्ष प्रो. योगेश्वर तिवारी ने बताया कि रोटरी प्रयागराज की ओर से इविवि को दो मशीनें दान में मिली थीं। एक मशीन माह भर पहले विभाग में लगवा दी गई। इससे छात्राओं को काफी सहूलियत मिल रही है। दूसरी मशीन अब तक नहीं लग सकी। यह मशीन इविवि प्रशासन को सौंप दी है।
पीआरओ बोले, जल्द लगेगी मशीन
इविवि के पीआरओ डॉ.चित्तरंजन कुमार ने बताया कि गर्ल्स हॉस्टलों में सेनेटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन लगवाने के लिए छात्रावास की अधीक्षक से प्रस्ताव मांगा गया है। प्रस्ताव मिलते ही प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। नए सत्र से पूर्व मशीन हॉस्टल में लगवा दी जाएगी।