कौशांबी जिले में गौतम बुद्ध तपोस्थली होगी हाईटेक, पर्यटन विभाग ने तैयार किया डीपीआर
क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह ने बताया कि विभिन्न बौद्ध स्थलों के महत्व के बारे में दर्शकों को बताने के लिए एक ऑडियो-विजुअल शो भी बनाया जाएगा। इसके अलावा यहां पर आने वाले लोगों की सुविधा के लिए सार्वजनिक सुविधाएं जैसे शौचालय रेस्तरां वेटिंग हॉल और दुकानें भी बनेंगी।
कौशांबी,जेएनएन। जनपद की ऐतिहासिक नगरी गौतम बुद्ध तपोस्थली से बौद्ध व जैन धर्म के लोगों को आस्था जुड़ी है। इस स्थल को पर्यटन विभाग ने 'स्वदेश दर्शनÓ योजना के तहत विकसित करने और उन्हें बौद्ध सर्किट से जोडऩे की कवायद तेज कर दी है। इस स्थल को विकसित करने के लिए जल्द ही पर्यटन विभाग द्वारा 50 करोड़ रुपये का प्रस्ताव राज्य सरकार को मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। धन मिलने के बाद काम शुरू कर दिया जाएगा।
गौतम बुद्ध ने अपने अनुयायियों को धर्मोपदेश देने के लिए कौशांबी आए थे। यहां पर गौतम बुद्ध के कई मंदिर है। इस स्थान पर जैन व बौद्ध धर्म के लोगों का अकसर आना-जाना लगा रहता है। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता ङ्क्षसह ने बताया कि 'स्वदेश दर्शनÓ योजना के तहत बौद्ध स्थल को विकसित करने के लिए रणनीति बनाई जा चुकी है। विभाग की ओर सर्वे कर लिया है। पर्यटकों की आवश्यकता के अनुसार कार्य कराया जाएगा। इसके लिए विभाग की ओर से डीपीआर तैयार किया जा चुका है। जल्द ही प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजकर लगभग 50 करोड़ की मांग की जाएगी। धन मिलने के बाद तीर्थ स्थल को विकसित करने का कार्य शुरू होगा। इसके बाद यहां पर आने वाले लोगों को किसी प्रकार की सुविधा नहीं होगी।
डीपीआर में क्या-क्या होगा शामिल
क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह ने बताया कि विभिन्न बौद्ध स्थलों के महत्व के बारे में दर्शकों को बताने के लिए एक ऑडियो-विजुअल शो भी बनाया जाएगा। इसके अलावा यहां पर आने वाले लोगों की सुविधा के लिए सार्वजनिक सुविधाएं जैसे शौचालय, रेस्तरां, वेटिंग हॉल, हस्तशिल्प बाजार और दुकानें भी बनेंगी। विदेशी पर्यटकों के लिए एक ओपन-एयर थिएटर, वाटर पॉइंट, एटीएम कियोस्क और मुद्रा विनिमय केंद्र बनाना भी प्रस्ताव में शामिल है।
स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार का अवसर
पर्यटन स्थल पर पार्किंग स्थल को विकसित कर पर्यटन विभाग अपनी ओर से ई-रिक्शा सेवा शुरू करेगा। फिर बाहर से आने वाले पर्यटक अपनी सुविधा के अनुसार अन्य स्थानों पर घूम सकेंगे। इसके लिए प्रस्ताव तैयार किया है। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता ङ्क्षसह ने बताया कि स्थानीय लोगों को ई-रिक्शा चलाने की जिम्मेंदारी दी जाएगी। इससे कई लोगों को रोजगार मिलेगा।