अद्धभुत पलः संगम तट पर बड़े हनुमानजी को नहलाने को आतुर गंगा मंदिर गेट तक पहुंचीं
गंगा यमुना में रविवार को फिर पानी बढ़ गया। दो दिन बाद गंगा फिर संगम तट पर स्थित बड़े हनुमान मंदिर के गेट तक पहुंच गयी हैं।
लखनऊ (जेएनएन)। कानपुर, उन्नाव, फर्रुखाबाद, कन्नौज, फतेहपुर में गंगा जलस्तर लगातार चार दिन घटना शुरू है लेकिन इसी बीच गंगा यमुना में रविवार को फिर पानी बढ़ गया। इससे इलाहाबाद में संगम तट पर गंगा फिर बड़े हनुमान मंदिर के गेट तक पहुंच गयी हैं। उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले भी गंगा जल हनुमानजी को नहलाने के लिए आतुर हुआ था। उम्मीद जताई जा रही है कि गंगा हनुमानजी को इस बार नहलाने के बाद ही लौटेंगीं। हनुमान मंदिर पर श्रद्धालु अद्धभुत पल को देखने के लिए पहुंचने लगे हैं। कानपुर सीएसए के मौसम वैज्ञानिक नौशाद खान ने पूर्वानुमान जताया कि आगामी सोमवार व मंगलवार को हल्की बारिश के आसार हैं।
गंगा के जलस्तर में गिरावट
उन्नाव में रविवार को लगातार चौथे दिन गंगा के जलस्तर में छह सेमी की गिरावट दर्ज हुई। गंगा का जलस्तर 113.030 मीटर पर पहुंच गया। यह शनिवार शाम तक 113.090 मीटर पर था। हालांकि फतेहपुर में गंगा नदी अब भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिसकी वजह से 11 गांवों में मुश्किलें बढ़ी हैं। फर्रुखाबाद में गंगा का जलस्तर 137.05 मीटर पर स्थिर है। इस बीच बारिश से कुछ राहत मिला। कानपुर में धूप और बदली के बीच अधिकतम तापमान शनिवार की अपेक्षा लगभग दो डिग्री सेल्सियस बढ़ गया, वहीं न्यूनतम तापमान करीब दो डिग्री सेल्सियस कम हो गया।
बुंदेलखंड व मध्य उत्तर प्रदेश में मौसम साफ
बुंदेलखंड व मध्य उत्तर प्रदेश के जिलों में रविवार को मौसम साफ रहा। मौसम मे उतार-चढ़ाव के कारण बुखार और डायरिया से मौतों का सिलसिला शुरू हो गया है। उन्नाव में तीन दिन के अंदर छह लोगों की जान जा चुकी है। रविवार को बुखार पीडि़त एक बच्चे की जिला अस्पताल में मौत हो गई जबकि दो दर्जन बुखार और डायरिया के मरीज भर्ती हैं। फतेहपुर, महोबा, इटावा व औरैया में भी बुखार व डायरिया पीडि़तों की संख्या में इजाफा हुआ है। बांदा व महोबा में कच्चे व जर्जर मकानों के गिरने की घटनाएं हुईं, हालांकि कोई जनहानि नहीं हुई।