शासन और सीबीआइ का अतीक पर शिकंजा पर गुर्गे चला रहे जुए के अड्डे Prayagraj News
शासन और सीबीआइ का पूर्व सांसद एवं अतीक अहमद पर शिकंजा तो कसा है वहीं अतीक के गुर्गे प्रयागराज शहर और ग्रामीण इलाकों में जुए का अड्डा संचालित कर रहे हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। एक ओर सीबीआइ अहमदाबाद जेल में बंद पूर्व सांसद अतीक अहमद और उनके करीबियों पर कानूनी शिकंजा कसने में लगी है, वहीं यहां अतीक के कई गुर्गे खुलेआम जुआ और सïट्टा के अड्डे चला रहे हैं। शहर के अलावा नैनी, फाफामऊ और ग्रामीण क्षेत्रों में अतीक गैंग का जुए के कारोबार फैला हुआ है। इसमें पुलिस की मिलीभगत भी बताई जाती है।
चौंकाने वाली बात यह है...
जुआ और सïट्टा शहर के लिए नया नहीं है लेकिन कुछ महीनों से इसने जोर पकड़ लिया है। पुलिस सूत्र बताते हैं कि अब थाना प्रभारियों पर जुआ या सïट्टा बंद कराने का कोई दबाव नहीं है। चौंकाने वाली बात यह है कि जिस अतीक अहमद पर शासन स्तर से सख्ती बरती जा रही है उसी गिरोह के लोग ज्यादातर अड्डे चला रहे हैं। धूमनगंज थाना क्षेत्र में हरवारा, मुंडेरा, चकिया, करेली में सदियापुर, करेलाबाग, गौस नगर, खुल्दाबाद में अकबरपुर, अटाला, मुट्ठीगंज के दरियाबाद, मालवीय नगर, मीरापुर, राजापुर, शिवकुटी, गोविंदपुर, मेंहदौरी, फाफामऊ के गद्दोपुर और नैनी इलाके में जुए के कई अड्डे अतीक गैंग के गुर्गे चला रहे हैं। इनके अलावा भी जुए- सïïट्टे के तमाम अड्डे कीडगंज, दारागंज, घूरपुर, सरायइनायत, हंडिया इलाके में चल रहे हैं।
पुलिस की कार्यशैली ही जुआ संचालकों से मिलीभगत के शक को बढ़ा रही
सवाल यह है कि क्या क्राइम ब्रांच में वर्षों से टिके सिपाहियों को इसकी जानकारी नहीं है। उन्हें शहर में दर्जनों स्थानों पर दोपहर से रात तक जुआरियों और सटोरियों की यह भीड़ आखिर क्यों नहीं दिखती है। ऐसे में शक होना लाजिमी है कि उनकी जुआ संचालकों से मिलीभगत है। एसपी क्राइम आशुतोष मिश्र कहते हैं कि कभी भनक लगती है तो जुआरी पकड़े भी जाते हैं।
तैनाती दूर जिले में और वसूली यहां
यह भी बेहद हैरानी की बात है कि अतीक गिरोह के खास होने समेत अन्य शिकायतों के कारण प्रयागराज से दूरस्थ जिलों में स्थानांतरित दर्जन भर से ज्यादा सिपाही जाने किस सेटिंग से अक्सर यहीं डटे रहकर जुए के अड्डों से वसूली करते हैं। यही नहीं, इनमें कई सिपाहियों ने तो अपने अड्डे भी खुलवा रखे हैं। क्राइम ब्रांच से तीन-तीन बार हटाए गए कई सिपाही भी अफसरों से सेटिंग के जरिए क्राइम ब्रांच में ही तैनाती कराकर खेल कर रहे हैं। अफसरों को सब पता है मगर उन्हें जैसे कोई फिक्र ही नहीं। इसकी गोपनीय शिकायत भी शासन में की गई है।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप