गंगा किनारे उड़ रहा आखिर यह हेलीकाप्टर कहां से आ रहा, कौतूहल के साथ घबराए भी हैं प्रतापगढ़ के ग्रामीण
पुलिस प्रशासन को इसकी कोई जानकारी नहीं है। यह लाल रंग का दो सीटर हेलीकाप्टर है। इसके नीचे एक दस मीटर की लंबी रस्सी के सहारे एक जाल जैसा फ्रेम लटका रहता है। इसके दोनों तरफ कैमरे लगे हुए हैं जैसे कि किसी फिल्म की शूटिंग की जा रही हो
प्रयागराज, जेएनएन। बीते तीन दिनों से प्रतापगढ़ के कुंडा तहसील क्षेत्र के गंगा के किनारे बसे गांवों के ऊपर एक हेलीकाप्टर उड़ान भर रहा है। ग्रामीण उसे कौतूहल भरी निगाहों से देखते रह जाते हैं। इसके साथ ही लोग अनजानी आशंका से भयभीत भी हैं। वहीं तहसील और पुलिस प्रशासन को इसकी कोई जानकारी नहीं है। यह लाल रंग का दो सीटर हेलीकाप्टर है। इसके नीचे एक दस मीटर की लंबी रस्सी के सहारे एक जाल जैसा फ्रेम लटका रहता है। इसके दोनों तरफ कैमरे लगे हुए हैं जैसे कि किसी फिल्म की शूटिंग की जा रही हो। यह हेलीकाप्टर कभी कालाकांकर की तरफ से आता है तो कभी हौदेश्वर नाथ की तरफ जाता है।
बेहद निचली रहती है उड़ान, बना हुआ है रहस्य
अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस हेलीकाप्टर के जरिए कोई सरकारी एजेंसी सर्वे करवा रही है। गुरूवार को जैसे ही यह हेलीकाप्टर गंगा के किनारे बसे गोतनी गांव में पहुंचा तो लोगों ने इसका वीडियो बनाना शुरू कर दिया। इसमें साफ झलक रहा है कि हेलीकाप्टर के अंदर पायलट के अलावा एक और व्यक्ति बैठा हुआ है। गांव के महमूद हसन, जौहर अली, इमरान अहमद, शकील अहमद, मो. अली, मासूम अली, हयाज हसन समेत कई ग्रामीणों ने बताया कि यह हेलीकाप्टर जमीन से महज चालीस से पचास फीट की ऊंचाई पर उड़ान भरता है। ऐसे में गांव में लगे टावर व बिजली के पोल के पास पहुंचने पर यही आशंका रहती है कि यह हेलीकाप्टर कहीं टावर से ना टकरा जाए। सबसे बड़ी बात यह है कि तीन दिन से गंगा के किनारे स्थित कालाकांकर, गोतनी, करेंटी, हौदेवश्वर समेत दर्जन भहर गांवों में यह हर दिन फर्राटे भर रहा है। गांव के बच्चे इसके आते ही दौडऩे लगते हैं। वहीं कुंडा तहसील प्रशासन इससे अंजान बना हुआ है। इस बाबत एसडीएम जल राजन चौधरी से बात की गई तो उन्होंने हेलीकाप्टर के उड़ान के बारे में अनभिज्ञता प्रकट की। उन्होंने संभावना जतायी कि गंगा के किनारे डेडीकेटेड शेड कारीडोर के जमीन के सर्वे करने की बात हो सकती है। सीओ जितेंद्र सिंह परिहार का कहना है कि ऐसी कोई जानकारी पुलिस के पास नहीं है, अगर ऐसा है तो जांच कर मामले का पता लगाया जाएगा।