Ujjwala Yojna : फ्री में कनेक्शन तो मिल गया लेकिन अब लोग नहीं भरवा रहे सिलेंडर Prayagraj News
उज्ज्वला योजना के तहत लोगों को निश्शुल्क रसोई गैस का कनेक्शन को मिल गया लेकिन अब लोग रुपये खर्च कर सिलेंडर नहीं भरवा रहे हैं। उन्हें जागरूक किया जाएगा।
प्रयागराज, जेएनएन। साढ़े तीन साल पहले केंद्र सरकार ने गरीबों को स्वच्छ और धुआं रहित ईंधन मुहैया कराने के लिए उज्ज्वला योजना शुरू की। इस योजना के तहत हर गरीब परिवार को रसोई गैस सिलेंडर फ्री में उपलब्ध कराया गया। हालांकि कनेक्शन लेने के बाद करीब 10 फीसद उपभोक्ताओं ने दोबारा सिलेंडर नहीं भरवाया। वहीं करीब 25 फीसद लोग साल में दो बार ही सिलेंडर भरवाते हैं। ऐसे में सिलेंडर मुहैया कराने वाली कंपनियों की समस्या बढ़ गई। उनका पैसा नहीं निकल पा रहा है। इसलिए अब वह ऐसे लोगों के घर जाएंगे और सिलेंडर की रीफिलिंग के लिए प्रेरित करेंगे।
योजना थी कि सब्सिडी ग्राहकों को न देेकर कंपनी को मिलेगी
पहली मई 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उज्ज्वला योजना की शुरुआत की। केंद्र सरकार से अनुमति मिलते ही फ्री में सिलेंडर देने की प्रक्रिया शुरू हुई। कनेक्शन फ्री में देने के पीछे की मंशा थी कि जब लोग सिलेंडर का इस्तेमाल करेंगे तो उससे मिलने वाली सब्सिडी ग्राहकों को न देेकर कंपनी को दे दिया जाएगा। इससे कंपनियों के कनेक्शन और सिलेंडर के दाम की भरपाई हो जाएगी। प्रयागराज में इंडियन आयल और बीपीसीएल की एजेंसियों से 4.65 लाख कनेक्शन उज्ज्वला योजना से दिए गए।
फिर से लोग लकड़ी और कंडे से ही खाना बनाने लगे
साढ़े चार लाख से अधिक कनेक्शन धारकों में से अधिकतर लोग तो इस्तेमाल कर रहे हैं लेकिन 10 फीसद यानी करीब 46 हजार उपभोक्ता कनेक्शन लेने के बाद सिलेंडर इस्तेमाल किए और फिर खत्म होने पर उसे घर में ही रख दिए। फिर वह लोग लकड़ी और कंडी से ही खाना बनाने लगे। इसके अलावा करीब सवा लाख उपभोक्ता सिलेंडर का इस्तेमाल बहुत कम करते हैं। ये लोग साल में दो बार या इससे कम ही सिलेंडर भरवाते हैं।
आइओसी एलपीजी के डीजीएम बोले, रीफिलिंग के लिए प्रेरित करेंगे
आइओसी एलपीजी के डीजीएम अबिकार पॉल ने बताया कि जो उपभोक्ता सिलेंडर का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं, उनके घर-घर हमारी टीम जाएगी और उनको इसके उपयोग और फायदे के बारे में समझाएगी। उन्हें रीफिलिंग के लिए प्रेरित करेगी। यह अभियान पहली दिसंबर से शुरू हो गया है और पूरा महीना चलेगा।