15 दिनों में हार्टअटैक पीडि़तों की संख्या में 45 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी
डॉ. सक्सेना बताते हैं कि प्रतिदिन 25 से 30 मरीज हार्ट अटैक से पीडि़त आ रहे हैं। इसमें पांच-छह की संख्या में पीडि़त युवा होते हैं।
प्रयागराज : ठंड का प्रकोप बढऩे लगा है। दिन में हल्की धूप निकलने के बावजूद सुबह और शाम को ठंड बढ़ जाती है। रात में ठंड अधिक रहती है। इसके चलते हार्ट अटैक की समस्या बढ़ गई है। बीते 15 दिनों में हार्टअटैक पीडि़तों की संख्या में 45 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। अटैक पडऩे वालों में बुजुर्गों व अधेड़ लोगों के साथ 25 से 30 साल तक के युवा भी शामिल हैं।
स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ.पीयूष सक्सेना बताते हैं कि ठंड से हृदय की धमनियों में सिकुडऩ आती है। इससे शरीर में खून का प्रवाह बंद हो जाता है और हार्ट अटैक पड़ता है। डॉ. सक्सेना बताते हैं कि प्रतिदिन 25 से 30 मरीज हार्ट अटैक से पीडि़त आ रहे हैं। इसमें पांच-छह की संख्या में पीडि़त युवा होते हैं। जबकि 15 दिन पहले प्रतिदिन दस के लगभग हार्ट अटैक से पीडि़त मरीज आते थे।
यह है हार्ट अटैक का लक्षण :
डॉ. पीयूष सक्सेना बताते हैं कि सीने में जकडऩ आने जैसे दर्द से शुरुआत होती है। वही दर्द धीरे-धीरे बाए कंधे और हाथ में पहुंच जाए। जबड़े में दर्द होने लगे तो समझिए अटैक पड़ चुका है। ऐसी अवस्था में डिस्प्रीन की दो गोली चबाकर खाना या पानी में घोलकर पी लेना चाहिए। इससे खून की नली अधिक जाम नहीं होती है। फिर 30 मिनट के अंदर अस्पताल पहुंचकर ईसीजी जांच कराना चाहिए।
हृदय रोगी इसका रखें ख्याल :
-नियमित व्यायाम व योगा करें।
-24 घंटे गर्म कपड़े पहने रहें।
-गुनगुने पानी से स्नान करें।
-नियमित जांच कराते रहें।
-अपने मन से कोई दवा न खाएं।
-दवा का नियमित सेवन करें।
-पौष्टिक आहार व ताजे फल का सेवन करें।
-तैलीय चीजों का सेवन न करें।
इससे बनाएं दूरी :
-धूम्रपान बिल्कुल न करें।
-मानसिक चिंता से दूर रहें।
-तली-भुनी चीजों, घी, मलाई, मक्खन का अधिक सेवन न करें।
-मांस, मदिरा का सेवन करने से बचें।
-आइसक्रीम व ठंडी चीजों का सेवन न करें।