अपमान का बदला लेने को कराया एक ही परिवार के चार लोगों का कत्ल
एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या करने वालों को पुलिस ने पकड़ लिया है। अपमान का बदला लेने के लिए हत्या हुई थी। वारदात सोरांव थाने के बिगहिया गांव में हुई थी।
प्रयागराज : सोरांव थाना क्षेत्र के बिगहिया गांव निवासी प्रताप नारायण मिश्रा, उसकी पत्नी ङ्क्षरकी, बेटे विराट, सास कमलेश की हत्या कराने वाला कोई और नहीं बल्कि साला व साढ़ू निकले। पुलिस ने प्रताप के साले मनोज पांडेय, साढ़ू अमर उर्फ शरद पांडेय व राहुल पासी को गिरफ्तार करते हुए बहुचर्चित हत्याकांड का राजफाश किया। ननका पासी अभी फरार है और लोकई व बाबा पासी जेल में बंद हैं।
पुलिस लाइन सभागार में अभियुक्तों को मीडिया के सामने पेश किया गया। एसएसपी नितिन तिवारी व एसपी गंगापार सुनील सिंह ने बताया कि प्रताप नारायण अपने गांव औता मेजा से आकर ससुराल बिगहिया में रहने लगा था। वह ससुराल की संपत्ति पर कब्जा करना चाहता था, जिसको लेकर अमर व मनोज से कई बार झगड़ा हुआ। छोटी साली की शादी व कई दूसरे सार्वजनिक स्थान पर गाली-गलौज, मारपीट करते हुए प्रताप नारायण ने रिश्तेदारों की बेइज्जती की थी। इससे परेशान होकर बिगहिया निवासी ओम प्रकाश पांडेय के बेटे मनोज ने बनकेसरी, थरवई के अपराधी राहुल पासी से संपर्क किया। दो जुलाई को थरवई थाना क्षेत्र के पान की पुलिया के पास एक लाख रुपये में प्रताप नारायण को सबक सिखाने की बात हुई और अगले दिन 10 हजार रुपये एडवांस दिया। योजना के मुताबिक, सात जुलाई की रात राहुल अपने साथी बनकेसरी के इनामी बदमाश ननका, बनकट सोरांव के लोकई पासी और राजरूपपुर धूमनगंज के बाबा पासी के साथ पहले शराब पी। इसके बाद गांव पहुंचकर घटना को अंजाम दिया और फिर फरार हो गए।
एक माह पहले रची थी साजिश :
पुलिस के मुताबिक, ठेकेदार और जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ चुके मनोज पांडेय ने वारदात से एक माह पहले साजिश रची थी। उसने टिकरी नवाबगंज निवासी अमर से भी इस पर चर्चा की थी। एसएसपी का दावा है कि मनोज, प्रताप नारायण को केवल सबक सिखाना चाहता था। इतना जरूर कहा था कि प्रताप नारायण के घर में जो मिलेगा उसे उठा ले जाना। राहुल ने पूछताछ में बताया कि घटना की रात प्रताप नारायण और उसके बेटे ने शोर मचाया, जिस कारण वह लोग नशे में सभी को मारते चले गए। मनोज घटना से एक हफ्ते पहले प्रयागराज शहर आ गया था, ताकि उसकी लोकेशन ट्रेस न हो।
होमगार्ड से पूछा था, हत्याकांड का क्या हुआ :
सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने के बाद राहुल पासी सबसे पहले पुणे गया। इसके बाद वाराणसी, फिर पटना, फतेहपुर और हंडिया स्थित ननिहाल व ससुराल में भी छिपा रहा। बाहर से लौटने के बाद उसने मऊआइमा थाने में तैनात रिश्तेदार होमगार्ड से पूछा कि उस हत्याकांड में क्या हुआ। अभी तक खुला कि नहीं। सीओ सोरांव जितेंद्र गिरि ने बताया कि मनोज व प्रताप नारायण के बीच मेजा में भी सीधा विवाद हुआ था।
पांच लोगों पर दर्ज हुई थी एफआइआर :
हत्याकांड में राधाकृष्ण मिश्रा की तहरीर पर सोरांव पुलिस ने मनोज उसके पिता ओम प्रकाश, अमर और उसके पिता सुनील पांडेय व लल्ले पांडेय के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। वारदात के बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की तो कई तथ्य सामने आए लेकिन अभियुक्तों पर यकीन करना मुश्किल था। पुलिस ने करीब 18 गांव के सभी बदमाशों को उठाकर पूछताछ की थी, लेकिन सुनील नहीं मिला था। पुलिस का दावा है कि मनोज का अपने एक रिश्तेदार महिला से संबंध था, जब उस महिला से पूछताछ हुई तो मनोज टूट गया और अपना जुर्म स्वीकार कर लिया।
रिमांड पर लेकर होगी पूछताछ :
चार लोगों की हत्या में आरोपित लोकई पासी और बाबा पासी को पुलिस ने खुल्दाबाद के हिस्ट्रीशीटर मनीष की हत्या में गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। एसएसपी का कहना है कि अब इन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी और राहुल से भी दोबारा पूछताछ होगी। ननका पुलिस रिकार्ड में 20 हजार का इनामी है और उसकी तलाश चल रही है।