चार दिन में तालाब से कब्जा नहीं हटा तो खैर नहीं
दरअसल, समहन गांव स्थित 12 बीघे में फैले तालाब की भूमि पर ग्रामीणों ने कब्जा किया है। तालाब की जमीन पर 66 लोगों ने मकान निर्माण करा लिया है। यही नहीं, वहां पूर्व माध्यमिक विद्यालय एवं तीन करोड़ रुपये की लागत से मॉडल विद्यालय का निर्माण भी शासन की ओर से करा दिया गया है।
प्रयागराज : मेजा थाना क्षेत्र के समहन गांव स्थित तालाब की भूमि से कब्जा हटाने के लिए आखिरकार प्रशासन ने कार्रवाई शुरु कर दी। प्रशासन ने तालाब की भूमि पर मकान निर्माण करने वाले 66 लोगों को 31 अक्टूबर तक कब्जा हटाने के लिए नोटिस भेजा है। साथ ही 11 लोगों पर जुर्माना भी लगाया गया है।
दरअसल, समहन गांव स्थित 12 बीघे में फैले तालाब की भूमि पर ग्रामीणों ने कब्जा किया है। तालाब की जमीन पर 66 लोगों ने मकान निर्माण करा लिया है। यही नहीं, वहां पूर्व माध्यमिक विद्यालय एवं तीन करोड़ रुपये की लागत से मॉडल विद्यालय का निर्माण भी शासन की ओर से करा दिया गया है। मामले में गांव के अश्वनी कुमार दुबे ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर किया। इसमें तीन अप्रैल 2015 को हाईकोर्ट ने कब्जा खाली कराने के लिये स्थानीय तहसील प्रशासन को निर्देशित किया था। कोई कार्रवाई न होने पर अश्वनी ने दोबारा कोर्ट की शरण ली। 14 अक्टूबर 2015 को हाईकोर्ट ने कब्जा हटवाने के लिए स्थानीय तहसील प्रशासन को चार माह का समय दिया। फिर भी कोई कार्रवाई न होने पर अश्वनी तीसरी बार हाईकोर्ट पहुंचे। ऐसे में कोर्ट ने 25 मई 2016 को एसडीएम मेजा को नोटिस दे दिया। जिसके बाद स्थानीय तहसील प्रशासन ने कार्रवाई शुरु किया। शुरु में प्रशासन ने इस मामले में लचर रवैया अपनाया, लेकिन बाद में कोर्ट की फटकार के बाद कार्रवाई तेज हुई। अब इस मामले में 31 अक्तूबर 2018 तक तालाब की भूमि से कब्जा हटाने के लिये मेजा तहसीलदार कोर्ट की ओर से 66 लोगों को नोटिस भेजी गई है। साथ ही कब्जा करने के एवज में सभी कब्जाधारकों से अलग अलग धनराशि का जुर्माना भी लगाया है। 31 अक्तूबर तक कब्जा हटाने के निर्देश को लेकर तालाब पर बसी बस्ती में हड़कंप का माहौल है। पुलिस की मौजूदगी में वन विभाग ने हटवाया अतिक्रमण
प्रयागराज : शंकरगढ़ रेंज के जूही वन ब्लॉक की भूमि पर अराजकतत्वों की ओर से किए गए अतिक्रमण को वन विभाग ने पुलिस की मौजूदगी में हटवाया।
वन रेंज शंकरगढ़ के जूही वन ब्लॉक की आरक्षित भूमि पर वर्ष 2002 से ग्रामीणों की ओर से जबरन कब्जा कर खेती की जा रही थी। जानकारी होने पर क्षेत्रीय वन अधिकारी मनीष सिंह ने पुलिस के सहयोग से कब्जे को खाली करवाया। क्षेत्रीय वन अधिकारी ने बताया कि 4.15 हेक्टेयर भूमि खाली कराई गई है। इस भूमि पर वन विभाग की ओर से नर्सरी खोली जाएगी। उन्होंने शेष भूमि पर किए गए अतिक्रमण करने वालों को 15 दिनों के अंदर खाली किए जाने की नोटिस दी। साथ ही चेतावनी दिया कि यदि दिए गए समय के अन्दर भूमि खाली नही की गयी तो 15 दिन बाद मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में पुलिस बल द्वारा भूमि खाली करवाए जाने के साथ कार्रवाई भी की जाएगी। इस मौके पर उप प्रभारी वन अधिकारी प्रयागराज डीएन सिंह, डिप्टी रेंजर अवधेश सिंह, वन दारोगा संतोष सिंह, मनोज कुमार आनंद, राजा चौहान, डिंपल शर्मा, श्यामप्रकाश तिवारी, महन्तलाल, कामता प्रसाद यादव, शिवशंकर सिंह आदि रहे।