राष्ट्र निर्माण में केंद्र और राज्य के बीच समन्वय होना जरूरी : पूर्व राज्यपाल केशरीनाथ Prayagraj News
पर्यावरणविद पद्मश्री अनिल जोशी ने देशव्यापी कोरोना वायरस के संकट का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसे ही समय पर केंद्र और राज्य के संबंधों में सुस्पष्टता काम आती है।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रख्यात स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा के जन्म दिवस और उनकी जन्म शताब्दी वर्ष के समापन पर राष्ट्रीय वेब सेमिनार (वेबिनार) का आयोजन किया गया। अखिल भारतीय हेमवती नंदन बहुगुणा स्मृति समिति की ओर से केंद्र और राज्य के अंतर संबंधों में हेमवती नंदन बहुगुणा की व्यापक दृष्टि विषयक सेमिनार हुआ। इसमें मुख्य वक्ता पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल पं. केशरी नाथ त्रिपाठी ने बहुगुणा का स्मरण करते हुए राष्ट्र निर्माण में किए गए उनके प्रयासों का जिक्र किया। कहा कि केंद्र और राज्य के बीच समन्वय राष्ट्र निर्माण के लिए आवश्यक है।
ऐसे आपात काल में ही केंद्र-राज्य के संबंधों में सुस्पष्टता काम आती है
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा, इलाहाबाद हाईकोर्ट के अवकाश प्राप्त न्यायमूर्ति अरुण टंडन और पर्यावरणविद पद्मश्री अनिल जोशी ने देशव्यापी कोरोना वायरस के संकट का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसे ही समय पर केंद्र और राज्य के संबंधों में सुस्पष्टता काम आती है। उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल देहरादून से, महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री कृपाशंकर सिंह मुंबई से, उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री डॉ. अम्मार रिजवी लखनऊ से, उड़ीसा की पूर्व मुख्यमंत्री नंदिनी सत्पथी के पौत्र और सुपर्णो सत्पथी ने कोलकाता से, जेएनयू के प्रोफेसर हरेराम मिश्र दिल्ली से जुड़े। संचालन करते हुए सांसद रीता जोशी ने कहा कि भारत के संघीय ढांचे को मजूबत करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रतिस्पर्धी सहकारी संघवाद का विचार बहुत सिद्ध होगा।
कुष्ठ आश्रम में भोजन वितरित
बहुगुणा की जन्मतिथि पर शनिवार को फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए हुए उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इस मौके पर सांसद प्रो. रीता बहुगुणा जोशी, शेखर बहुगुणा व विनीता आदि मौजूद रहे। राजकीय संप्रेक्षण गृह खुल्दाबाद तथा कुष्ठ आश्रम में भोजन का वितरण कराया गया।