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Lockdown 3.0 : जब नए कार्डों पर खाद्यान्न नहीं मिल रहा तो कैसे भरे गरीबों का पेट Prayagraj News

डीएम कहते हैं कि जिन कोटे की दुकानों की शिकायतें आ रही हैैं उनकी जांच कराकर कार्रवाई कराई जा रही है। अब तक जिले में 25 से ज्यादा कोटेदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा चुका है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sat, 09 May 2020 03:50 PM (IST)Updated: Sat, 09 May 2020 03:50 PM (IST)
Lockdown 3.0 : जब नए कार्डों पर खाद्यान्न नहीं मिल रहा तो कैसे भरे गरीबों का पेट Prayagraj News
Lockdown 3.0 : जब नए कार्डों पर खाद्यान्न नहीं मिल रहा तो कैसे भरे गरीबों का पेट Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। फूलपुर के महेंद्र कुमार का राशन कार्ड पहले निरस्त कर दिया गया, जबकि वह पात्र हैैं। अब किसी तरह उन्हें नया राशन कार्ड मिला तो कोटेदार राशन नहीं दे रहा है। कोटेदार का कहना है कि नए राशन कार्डों के लिए खाद्यान्न का आवंटन नहीं हुआ है। पोर्टेबिलिटी सुविधा का लाभ उठाने के लिए महेंद्र दूसरे, तीसरे और चौथे कोटेदार के पास गए तो वहां से भी निराशा ही हाथ लगी। मजदूरी करने वाले महेंद्र लॉकडाउन के कारण काम भी नहीं कर रहे हैैं, ऊपर से परिवार के तीन सदस्य बाहर से आ गए हैैं। ऐसे में परिवार का भरण पोषण मुश्किल हो गया है।

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प्रति यूनिट एक किलो राशन कम दिया जा रहा

महेंद्र की तरह ढेरों लोग हैैं जिनके सामने इस तरह की समस्या आ रही है। बीरवल निवासी दिवाकर का आरोप है कि उन्हें राशन कम दिया जाता है। प्रति यूनिट एक किलो राशन कम दिया जा रहा है। हंडिया की शीबू का कहना है कि राशन कार्ड से नाम ही काट दिया गया है। ये सिर्फ बानगी मात्र भर हैैं। काफी संख्या में लोगों को राशन नहीं मिल पा रहा है। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अफसर भी शिकायतों पर अमल नहीं कर रहे हैैं। जबकि लॉकडाउन में गरीबों को राशन की बेहद आवश्यकता है।

भट्ठों पर फंसे लोगों को कार्ड नहीं

ईंट भट्ठों पर लगभग 30 हजार श्रमिक फंसे हैैं, जो बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड और मध्य प्रदेश के हैैं। शासन ने इन श्रमिकों को भी राशन कार्ड देने के निर्देश दिए हैैं मगर अब तक इन्हें इसका लाभ नहीं मिल सका। इसी तरह झुग्गी-झोपडिय़ों में रहने वालों को भी राशन कार्ड नहीं दिया जा रहा है।

खास बातें

- 10 लाख के करीब हैैं पूरे जिले में राशन कार्ड धारक

- 70 हजार से ज्यादा नए राशन कार्ड बनाए गए हैैं हाल में

- 60 हजार से ज्यादा राशन कार्ड निरस्त किए थे पिछले दिनों में

- 25 कोटेदारों के खिलाफ अनियमितता को लेकर हुआ है मुकदमा।

मंत्री भी जता चुके हैैं नाराजगी

प्रदेश सरकार के प्रवक्ता तथा कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह भी कोटेदारों की मनमानी तथा विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत पर नाराजगी जता चुके हैैं। गुरुवार को ही उन्होंने पार्टीजनों से बातचीत के दौरान इस तरह की शिकायतें मिलने पर कड़ी कार्रवाई कराने की चेतावनी दी थी।

बोले डीएम

डीएम भानुचंद्र गोस्वामी कहते हैं कि जिन कोटे की दुकानों की शिकायतें आ रही हैैं, उनकी जांच कराकर कार्रवाई कराई जा रही है। अब तक जिले में 25 से ज्यादा कोटेदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा चुका है। साथ ही 30 दुकानें निलंबित की जा चुकी हैैं। अफसरों को राशन वितरण की दिक्कतों को दूर कराने के निर्देश भी दिए गए हैैं।


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