Mass Murder in Prayagraj : नकाबपोश पांच बदमाशों ने की थी चार लोगों की हत्या
पुलिस टीम ने होमगार्ड समेत कुल 18 संदिग्ध लोगों की तस्वीर दिखाई जिस पर वह कुछ को पहचान गई। मगर उनकी हत्याकांड में भूमिका है या नहीं।
प्रयागराज,जेएनएन। होलागढ़ में एक ही परिवार के चार लोगों की नृशंस हत्या करीब पांच नकाबपोश बदमाशों ने की थी। गुरुवार को स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भर्ती इस हत्याकांड की एकमात्र चश्मदीद ऊषा पांडेय ने पुलिस को इशारे में बताया। घटना के वक्त घर में लाइट होने के सवाल पर उसने सिर हिलाकर जवाब दिया। पुलिस टीम ने होमगार्ड समेत कुल 18 संदिग्ध लोगों की तस्वीर दिखाई, जिस पर वह कुछ को पहचान गई। मगर उनकी हत्याकांड में भूमिका है या नहीं। यह पूरी तरह से साफ नहीं हो सका है। फिलहाल अब पुलिस महिला के और ठीक होने का इंतजार कर रही है। साथ ही उसकी निशानदेही पर अन्य लोगों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि वारदात के वक्त लाइट थी, लेकिन चेहरे पर गमछा होने के कारण ऊषा उन्हें ठीक से पहचान नहीं सकी।
होमगार्ड और उसके परिवार को आमने सामने बिठाकर पूछताछ
उधर, मामले में संदिग्ध होमगार्ड और उसके परिवार को पुलिस ने आमने-सामने बैठाकर फिर से घंटों पूछताछ की। तब होमगार्ड ने कबूल किया कि उसने ही मारे गए विमलेश के मोबाइल को तालाब में फेंका था। इससे पहले उसने कहा था कि उसकी बेटी ने फेंका था। वारदात के बाद विमलेश का मोबाइल गायब था, जिसे होमगार्ड के बेटे ने पाया था और उससे बात भी की थी। हालांकि होमगार्ड कई सवालों का जवाब अभी भी नहीं दे रहा है और बयान भी बदल रहा है। ऐसे में पुलिस उसे संदिग्ध मान रही है। छानबीन के दौरान पुलिस को तीन और नए युवकों के बारे में पता चला तो उन्हें भी पूछताछ के लिए उठा लिया गया। फिलहाल पुलिस यह मानकर चल रही है कि वारदात की कहानी होमगार्ड के इर्द-गिर्द की घूम रही है, मगर ठोस सबूत नहीं मिल पा रहे हैं।
फारेंसिक टीम ने दोबारा की छानबीन
पुलिस और फारेंसिक टीम ने मृतक विमलेश के घर की एक बार फिर छानबीन की। होमगार्ड के घर की भी छानबीन की गई। मगर कुछ खास सुराग नहीं मिल सका। पुलिस का यह भी कहना है कि वारदात को कोई भी व्यक्ति अकेले अंजाम नहीं दे सकता है। इसमें चार से अधिक लोग शामिल रहे होंगे। वह कौन-कौन हैं, इसका पता चलने पर कारण और दूसरे तथ्य भी साफ हो सकते हैं। होलागढ़ के बरई हरख गांव के मजरा शुकुल का पूरा में रहने वाले विमलेश पांडेय, उनके बेटे प्रिंस, बेटी श्रेया व शीबू की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। कातिलों ने विमलेश की पत्नी ऊषा को भी गंभीर रूप से जख्मी कर दिया था, जिनका स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में इलाज चल रहा है। हालांकि अभी वह कुछ बोल पाने की स्थिति में नहीं है। एएसपी केवी अशोक ने बताया कि जख्मी महिला को अस्पताल में कुछ संदिग्ध लोगों की तस्वीर दिखाई है, जिसमें से कुछ की पहचान की है, लेकिन अभी उनकी संलिप्तता के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है। होमगार्ड ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि उसने ही विमलेश का मोबाइल तालाब में फेंका था। कुछ अन्य संदिग्ध युवकों से भी पूछताछ की जा रही है।
प्रिंस ने नहीं दी थी धमकी
होमगार्ड के होने वाले दामाद को फोन पर प्रिंस पांडेय ने धमकी नहीं दी थी, यह जांच में साफ हो चुका है। पुलिस का कहना है कि धमकी देने वाला होमगार्ड के ही गांव का दूसरा युवक है, जिसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। साथ ही होमगार्ड के कुछ साथियों को भी उठाया गया है।