Magh Mela-2020 : संगम स्नान को जरूर आइएगा, आपकी सुविधा को पांच किमी लंबा होगा स्नान घाट Prayagraj News
माघ मेला-2020 में आने वाले स्नानार्थियों की सुविधाओं का ख्याल रखा जा रहा है। स्नान घाटों पर उच्च क्षमता वाली एलईडी फिटिंग भी लगाई जा रही हैैं। ये लगभग तीन सौ वाट की होंगी।
प्रयागराज, जेएनएन। इस बार माघ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की तादाद को देखते हुए लगभग पांच किमी लंबा स्नान घाट बनाया जा रहा है। गंगा और यमुना किनारे 16 स्नान घाट होंगे। सबसे बड़ा संगम का स्नान घाट होगा। संगम के सरकुलेटिंग एरिया में लगभग तीन किमी के स्नान घाट बनाए जा रहे हैैं। यहां एक मिनट में 12 से 15 हजार श्रद्धालु स्नान कर सकेंगे। मतलब एक घंटे में सात से साढ़े सात लाख श्रद्धालु डुबकी लगा सकेंगे।
मेला प्रशासन श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए स्नान घाटों पर विशेष ध्यान दे रहा है
माघ मेले में देश और दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं की पहली लालसा त्रिवेणी में पुण्य की डुबकी लगाने की होती है। यहां संगम स्नान और फिर पूजा-पाठ व दान का महत्व भी है। इसीलिए स्नान घाटों पर मेला प्रशासन ज्यादा फोकस कर रहा है। घाटों के किनारे प्लास्टिक की बोरी में बालू भरकर उसे किनारे रखा जा रहा है। यही नहीं कांसा भी बिछाया जाएगा। स्नान घाटों पर महिलाओं के लिए लगभग सात सौ चेंजिंग रूम बनाए जा रहे हैैं। स्नान घाटों पर उच्च क्षमता वाली एलईडी फिटिंग भी लगाई जा रही हैैं। ये लगभग तीन सौ वाट की होंगी। विद्युत विभाग के एक्सईएन आरके यादव ने बताया कि घाटों पर लगभग 50 हाईमास्ट भी लगाए जा रहे हैैं। रात में स्नान घाट दूधिया रोशनी से जगमग होंगे।
तैयारी
- संगम के सरकुलेटिंग एरिया में ढाई किमी के बनाए जा रहे स्नान घाट
- स्नान घाटों के किनारे आवश्यक सुविधाओं के किए जा रहे इंतजाम
खास बातें
- 03 हजार एलईडी फिटिंग्स उच्च क्षमता की लगाई जा रही घाटों पर
- 07 सौ के करीब चेंजिंग रूम बनाए जा रहे हैैं सभी स्नान घाटों पर
- 08 मार्ग बनाए गए हैं संगम के स्नान घाटों तक पहुंचने के लिए
- 16 स्नान घाट बनाए जा रहे हैैं गंगा और यमुना में पुण्य स्नान के लिए
बोले मेलाधिकारी रजनीश कुमार मिश्र
मेलाधिकारी रजनीश कुमार मिश्र का कहना है कि स्नान घाटों को बेहतर बनाया जा रहा है। संगम के घाटों का सुंदरीकरण भी कराया जा रहा है। यहां पहुंचने के लिए आठ मार्ग बनाए गए हैैं। इन मार्गों के किनारे रंग-बिरंगे झंडे आकर्षण का केंद्र हैैं। संगम के सरकुलेटिंग एरिया में एक भी शिविर नहीं बनाए जाएंगे और न ही किसी प्रकार का अतिक्रमण होगा।
विशेष होगी घाटों की सुरक्षा व्यवस्था
स्नान घाटों पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी। यहां जल पुलिस की भी व्यवस्था होगी, जिनके साथ गोताखोर भी तैनात किए जाएंगे। जल पुलिस नदी में बोट और मोटर बोट पर तैनात होगी। स्नान घाटों पर ही भीड़ ज्यादा होती है इसलिए वहां भारी तादाद में महिला पुलिस भी लगाएगी जाएगी। पुलिस, पीएसी के साथ अर्धसैनिक बलों के जवानों की भी ड्यूटी लगाई जाएगी। वॉच टॉवर पर तैनात पुलिसकर्मी भीड़ पर नजर रखेंगे।