कानपुर से इलाहाबाद तक 130 किमी प्रतिघंटा की स्पीड से पहुंची ट्रेन-18, कुंभ से पहले होंगे कई ट्रायल
पहली हाई स्पीड ट्रेन टी-18 का ट्रायल हुआ। कानपुर से चलकर सुबह इलाहाबाद जंक्शन पर पहुंची। दोपहर में दिल्ली के लिए रवाना होगी।
प्रयागराज, जेएनएन। भारत में निर्मित पहली हाई स्पीड ट्रेन का ट्रायल अब नई दिल्ली से प्रयागराज के बीच हो रहा है। ट्रेन आज नई दिल्ली से कानपुर होते हुए प्रयागराज पहुंची। इसको इलाहाबाद जंक्शन पर प्लेटफार्म नंबर सात पर लिया गया। ट्रेन-18 का यह आखिरी ट्रायल है।
पहली स्वदेशी बिना इंजन वाली ट्रेन 18 का देश में ट्रायल जारी है। अब इसका ट्रायल नई दिल्ली से प्रयागराज तक हो रहा है। सरकार कुंभ में इसको नई दिल्ली से प्रयागराज के इलाहाबाद जंक्शन तक चलाना चाह रही है। कल देर रात ट्रेन को नई दिल्ली से इलाहाबाद जंक्शन रवाना किया गया। अलीगढ़ के पास रेलवे ट्रैक में कुछ खराबी के कारण इसको रोका गया। इसके बाद ट्रेन कानपुर पहुंची। कानपुर से ट्रेन 18 को इलाहाबाद जंक्शन तक 130 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ाया गया। इस ट्रेन की अधिकतक स्पीड 180 किमी प्रतिघंटा की है।
भारतीय रेल की पहली हाई स्पीड ट्रेन टी-18 नई दिल्ली से चलकर आज सुबह इलाहाबाद जंक्शन के प्लेटफॉर्म सात पर पहुंची। यह ट्रेन कानपुर से इलाहाबाद 130 की स्पीड में आई है। सरकार का लक्ष्य ट्रेन 18 को दिल्ली-इलाहाबाद के बीच छह घंटा में पहुंचाने का है। इससे पहले के परीक्षणों के दौरान ट्रेन-18 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार हासिल कर चुकी है। नई दिल्ली से रात 12 बजकर 55 मिनट पर इस ट्रेन को रवाना किया गया।
लक्ष्य है ट्रेन 665 किलोमीटर की यात्रा 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से छह घंटे 20 मिनट में पूरी करे। यह समय उस समय से करीब दो घंटे कम है जो राजधानी एक्सप्रेस इस सफर को तय करने में लेती है। वापसी में ट्रेन आज दिन में करीब दो बजे इलाहाबाद जंक्शन से रवाना होकर रात रात आठ बजकर 25 मिनट पर नई दिल्ली पहुंच जाएगी।
इससे पहले ट्रेन 18 के अलीगढ़ पहुंचने से 15 मिनट पहले पटरी टूटने की जानकारी मिलते ही अलीगढ़ रेलवे स्टेशन पर रोक लिया गया। ट्रेन रात 2:00 बजे कर 23 मिनट से 3:00 बजे तक अलीगढ़ के पास खड़ी रही। ट्रेन निश्चित समय से लगभग 20 मिनट देर से कानपुर सेंट्रल पहुंची।
योजना है 24 जनवरी को आयोजित होने वाली प्रवासी भारतीय दिवस के लिए कुंभ मेले से प्रतिनिधियों को गणतंत्र दिवस के लिए ट्रेन- 18 का इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे पहले, रेलवे सुरक्षा के मुख्य कमिश्नर ने ट्रेन की अधिकतम 160 किमी/घंटा की स्पीड को लेकर हरी झंडी दिखाई थी लेकिन इसमें 20 शर्तें भी जोड़ी गई हैं। इसमें ट्रैक से जुड़ी भी शर्ते है। इसके लिए सीसीआरएस ने 130 किमी की स्पीड के लिए पर ट्रेन को चलाने का सुझाव दिया है ताकि दुर्घटना से बचा जा सके।
ट्रेन-18 नाम से मशहूर ट्रेन बिना इंजन की है। रेल मंत्रालय इसे देश के प्रमुख शहरों से जोडऩे की योजना पर काम रहा है। फिलहाल कुंभ के दौरान इसे नई दिल्ली व इलाहाबाद के बीच चलाने की योजना है। इससे दिल्ली से कुंभ जाने वाले पर्यटकों को काफी सहूलियत होगी। इसी मकसद से आज इसका ट्रायल किया जा रहा है। सुरक्षा व संरक्षा के लिहाज से ट्रायल सफल रहा तो कुंभ के दौरान यात्री इस ट्रेन का लुत्फ उठा सकेंगे।
नई दिल्ली से वाराणसी के बीच चलने वाली सेमी हाईस्पीड टी-18 एक्सप्रेस को पहले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर 25 दिसंबर को चलाने की योजना थी, लेकिन ट्रेन का ट्रायल न होने पर इसे टाल दिया गया। अब 29 दिसंबर को इसका ट्रायल हो रहा है। ट्रायल के दौरान गाड़ी नई दिल्ली से इलाहाबाद जंक्शन पहुंची। यहां से दिल्ली लौट जाएगी। ट्रायल के दौरान गाड़ी की स्पीड 130 किलोमीटर प्रति घंटा रही। गाड़ी को शनिवार को भोर में 5.18 बजे कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर पहुंचना था, लेकिन किन्हीं कारणों से 20 मिनट देरी से कानपुर सेंट्रल पहुंची।
दोपहर में दो बजे इलाहाबाद जंक्शन से रवाना होकर 3.58 बजे कानपुर सेंट्रल स्टेशन पहुंचेगी। दो मिनट बाद वहां से रवाना होकर रात में 8.25 बजे नई दिल्ली स्टेशन पहुंचेगी। इलाहाबाद मंडल के जनसंपर्क अधिकारी सुनील कुमार गुप्ता का कहना है कि शनिवार को टी-18 का ट्रायल रहा। सफल ट्रायल के बाद ट्रेन चलाने की घोषणा की जाएगी।