सामूहिक हत्याकांड : पांचों शवों का पोस्टमार्टम के बाद भारी सुरक्षा के बीच रसूलाबाद घाट पर हुआ अंतिम संस्कार Prayagraj News
पांचों लोगों के शवों का पोस्टमार्टम हुआ। इस दौरान सैकड़ों की भीड़ जुटी रही। सुरक्षा व्यवस्था भी रही। वहीं फोर्स की मौजूदगी में पांचों को अंतिम
प्रयागराज, जेएनएन। सोरांव थाना क्षेत्र के यूसुफपुर गांव में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या रविवार को हुई थी। सोमवार को भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पांचों के शवों का पोस्टमार्टम हुआ। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस फोर्स के साथ एंबुलेंस से शवों को रसूलाबाद घाट पर ले जाया जा रहा है। पहले फाफामऊ घाट पर अंतिम संस्कार की तैयारी की गई थी। हालांकि अब पुलिस और प्रशासन ने रसूलाबाद घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। पति, पत्नी और बुजुर्ग विजय शंकर तिवारी का दाह संस्कार हुआ जबकि दोनों बच्चों के शव नाव से बीच गंगा में प्रवाहित किए गए।
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता भी पहुंचे, बंधाया ढांढस
इस दौरान सुबह से ही पोस्टमार्टम हाउस पर सगे-संबंधियों के अलावा हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे। वहीं राजनीतिक दल के नेता भी मृतकों के परिजनों को ढांढस बंधाने पहुंचे। फिलहाल सूरत से भाई के आने वाला है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी भी पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। उन्होंने पोस्टमार्टम हाउस में मृतक सोनी की मां और भाई समेत अन्य स्वजनों से मुलाकात कर ढांढस बंधाया। उन्होंने इस कृत्य को करने वालों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। फौरन उन्होंने वहां मौजूद एडीएम सिटी, एसपी सिटी से हत्यारों को शीघ्र पकड़ने को कहा।
सोरांव मर्डर में इन विवादों पर पुलिस की है नजर
सोरांव के यूसुफपुर गांव में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या के मामले में पुलिस को प्राथमिक जांच में पता चला है कि मारे गए विजय शंकर तिवारी का रास्ते के विवाद को लेकर पट्टीदार से विवाद हुआ था। कुछ महीना पहले जमकर मारपीट हो चुकी थी। करीब महीना भर पहले विजय शंकर ने साफतौर पर कह दिया था कि उनके घर के बगल से चक रोड नहीं जाएगी। संपूर्णानंद तिवारी के परिवार ने भी कह दिया था कि चक रोड तो यहीं से जाएगा भले ही खून-खराबा हो जाए। आरोप है कि ग्राम प्रधान ने बीच में पड़कर चक रोड बनवा दिया था। ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम प्रधान प्रदीप कुमार ने दोनों पक्षों को समझाकर रास्ता बनवाया था मगर परिवार के लोगों का कहना है कि हत्या में प्रधान की भी साजिश है।
प्रधान समेत सात पर केस, छह पकड़े गए
हत्याकांड में सुबह से यह सवाल बना था कि तहरीर कौन देगा। सोनू का एक छोटा भाई मोनू है जो सूरत में ही टैक्सी चलाता है। वह सोमवार दोपहर तक आ सकेगा। आखिरकार शाम को प्रतापगढ़ के जेल रोड से आए मृतका सोनी के भाई कार्तिकेय तिवारी से तहरीर लेकर पुलिस ने ग्राम प्रधान प्रदीप कुमार सरोज की साजिश से पट्टीदारी के सगे भाइयों सच्चिदानंद तिवारी, सम्पूर्णानंद तिवारी, अम्बुज तिवारी पुत्र सम्पूर्णानंद, जीतेंद्र कुमार तिवारी, विकास तिवारी, सत्यम तिवारी के खिलाफ हत्या का मुकदमा लिखा। चक रोड के विवाद में कत्ल का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया गया है। छह को पुलिस ने पकड़ लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। पकड़े गए लोग पुलिस को अपने घर में ही मिल गए।
प्रधान संघ अध्यक्ष के साथ कई ग्राम प्रधान थाने पहुंचे
उधर ग्राम प्रधान को हिरासत में लिए जाने की जानकारी मिलते ही प्रधान संघ अध्यक्ष सोरांव संजय पटेल के साथ कई ग्राम प्रधान थाने पहुंच गए। संजय पटेल ने बताया कि प्रधान प्रदीप कुमार ने दोनों पक्षों के बीच विवाद सुलझा लिया था लेकिन कुछ लोगों को यह बात पसंद नहीं आई जिसके चलते ग्राम प्रधान के खिलाफ साजिश रच रहे हैं। जांच के बाद सच्चाई पता चल जाएगी।
15 दिन पहले हुआ था दलित बस्ती में विवाद
पूरे परिवार के कत्ल की जांच में जुटी पुलिस को पता चला है कि 15 दिन पूर्व विजय शंकर तिवारी का दलित बस्ती के एक युवक से शौच के लिए जाने के दौरान विवाद हो गया था। मामला बढ़ा तो दलित बस्ती के एक दर्जन युवक विजय शंकर को मारने के लिए आए थे लेकिन वह नहीं मिले। पुलिस इस पहलू पर भी गंभीरता से जांच कर रही है कि ऐसी दरिंदगी के पीछे वह मामूली विवाद तो नहीं था।
जनप्रतिनिधियों का लगा रहा जमावड़ा
सोरांव के यूसुफपुर गांव में हुए सामूहिक हत्याकांड की जानकारी मिलते ही जनप्रतिनिधियों का जमावड़ा लग गया। घटनास्थल पर सोरांव विधायक जमुना प्रसाद सरोज, पूर्व विधायक सत्यवीर मुन्ना, पूर्व सांसद धर्मराज पटेल, सांसद केशरी देवी पटेल, भाजपा नेत्री निर्मला पासवान, ब्लाक प्रमुख सोरांव आलोक पांडेय, ब्लाक प्रमुख मऊआइमा सुधीर मौर्य समेत कई जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंचे। इस जघन्य हत्याकांड को लेकर दुख प्रकट करते रहे।
नशेड़ी बढ़ रहे अपराध की ओर
सोरांव के यूसुफपुर गांव में विजय शंकर तिवारी, सोनू तिवारी उसकी पत्नी सोनी तिवारी व बेटे कान्हा व कुंज की सामूहिक हत्याकांड के चलते स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है। लोगों का कहना है कि नशेडिय़ों की तादाद बढ़ रही है जो ऐसी घटना को अंजाम दे सकते हैं।
हाईवे से सटे घरों को बनाया जा रहा निशाना
हाल ही में हुए सामूहिक हत्याकांड में हाईवे से सटे हुए घरों को निशाना बनाया गया है। बिगहियां गांव में कमलेश देवी का मकान हाईवे से महज सौ मीटर की दूरी पर था। इसमें कमलेश देवी प्रताप नारायण, रिंकी व विराट की हत्या की गई थी। इसी प्रकार सरायलाल खातून गांव के नागेंद्र भूषण का मकान भी हाईवे से महज लगभग पांच सौ मीटर की दूरी पर था, जिसमें नागेंद्र व मनोरमा की हत्या कर दी गई थी। रविवार को यूसुफपुर गांव में विजय शंकर का मकान भी हाइवे से मात्र सौ मीटर की दूरी पर था। इसमें विजय शंकर, सोनू, सोनी, कान्हा व कुंज को मौत के घाट उतारा गया।