संसारपुर के जंगल में गरज रही मादा तेंदुआ, नर के मारे जाने से बौखलाई
नर तेंदुए की जान जाने से मादा तेंदुआ गुस्से में है। संसारपुर के जंगल में उसकी दहाड़ सुनाई पड़ रही है। वन विभाग अलर्ट है और ग्रामीणों को जंगल में जाने से मना कर दिया है।
प्रयागराज : बेरहमी से नर तेंदुए को मार डालने पर मादा तेंदुए में गुस्सा है। वह उसकी तलाश में प्रतापगढ़ के जंगल में भटक रही है। संसारपुर में उसकी दहाड़ गूंज रही है। आसपास के गांवों में दहशत है। इस पर वन विभाग सतर्क हो गया है और लोगों को जंगल की तरफ जाने से मना कर दिया गया है।
नर तेंदुए को शिकारियों ने मार डाला था
शनिवार को बकुलाही नदी के किनारे देवीदास पुरवा व संसारपुर के जंगल में एक तेंदुआ जाल में फंस गया था। माना जा रहा है कि यह जाल कंजड़ समुदाय के शातिर शिकारियों ने बिछाया था, जो कुछ लोगों के बुलाने व पैसे देने पर आए थे। तेंदुए के फंसने के बाद उसे घेरकर लाठी-डंडे से इस तरह पीटा और गला कसा कि जाल में ही वह बेदम होकर अपनी जान गवां बैठा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसके साथ की गई बर्बरता बयां हुई। वन विभाग ने इसका विसरा प्रिजर्व किया है। इसे जांच के लिए लखनऊ के विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जाएगा।
नर की मौत से गुस्से में है मादा तेंदुआ
उधर जैसी आशंका थी वैसा ही हुआ। नर तेंदुए के मारे जाने से उसके साथ रहने वाली मादा क्रोधित है। वह उस स्थान तक जाकर घूम रही है, जहां तक उसका साथी यानी नर तेंदुआ ङ्क्षजदा गया था। वहां तक उसकी विशेष गंध को सूंघकर वह दहाड़कर अपना गुस्सा जता रही है। उसकी दहाड़ व गुर्राहट से आसपास के गांवों के लोग दहशत में हैं। उन्होंने जंगल से दूरी बना ली है।
सूचना मिली है, विभाग सतर्क है : डीएफओ
इस बारे में डीएफओ बीआर अहिरवार का कहना है कि कुछ लोगों ने ऐसी सूचना दी है, विभाग सतर्क है। टास्क फोर्स के जरिए कांबिंग की जाएगी। वहीं गांव के रामधन, शिवपूजन, कामता प्रसाद, राजेश्वर, सतोले, पुजारी आदि का कहना है कि मारने वाले तो मार कर चल दिए, अब सांसत में हम लोग व हमारे परिजन हैं।