State University Exam : उड़ाका दल पर हमला करने के मामले में परीक्षा केंद्र डिबार Prayagraj News
विवि प्रशासन ने महाविद्यालय को तीन साल के लिए डिबार कर दिया। दूसरे दिन पुलिस भी परीक्षा के दौरान जांच करने पहुंची। पुलिस ने दोपहर में आरोपित प्रबंधक अमित यादव को गिरफ्तार कर लिया।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रोफेसर राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) राज्य विश्वविद्यालय के परीक्षा केंद्र सोरांव के सरायबहार स्थित रामलखन महाविद्यालय को तीन साल के लिए डिबार कर दिया गया। इसके अलावा उड़ाका दल पर हमला करने के आरोपित प्रबंधक अमित यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी। पूछताछ के दौरान प्रबंधक ने रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है।
नकल की शिकायत पर औचक निरीक्षण को टीम गई थी
दरअसल, विवि प्रशासन को गुरुवार को सूचना मिली थी कि सोरांव के रामलखन महाविद्यालय में खुलेआम नकल कराई जा रही है। इस पर औचक निरीक्षण करने पहुंची टीम वहीं बैठ गई। टीम जब लौटने लगी तो रास्ते में उन पर महाविद्यालय के प्रबंधक अमित यादव ने अपने साथी मुरली यादव व जय सिंह यादव के साथ हमला कर दिया था। इस मामले में सोरांव थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया गया। शुक्रवार को विवि प्रशासन ने महाविद्यालय को तीन साल के लिए डिबार कर दिया। दूसरे दिन पुलिस भी परीक्षा के दौरान जांच करने पहुंची। पुलिस ने दोपहर में आरोपित प्रबंधक अमित यादव को गिरफ्तार कर लिया।
प्रबंधक ने रिश्वत मांगने का लगाया आरोप
पुलिस की गिरफ्त में रामलखन महाविद्यालय के प्रबंधक अमित यादव ने पूछताछ के दौरान रिश्वत मांगने का संगीन आरोप लगाकर सनसनी फैला दी। सोरांव इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह के अनुसार महाविद्यालय के प्रबंधक ने बताया कि दस्ते के सदस्य संतोष मिश्र पूर्व में महाविद्यालय के प्राचार्य रह चुके हैं। बीच में उन्होंने महाविद्यालय छोड़ दिया तो उनका वेतन भी रोक दिया गया। वह जब निरीक्षण करने पहुंचे तो वेतन के अलावा रिश्वत की मांग करने लगे। इनकार करने पर फर्जी तरीके से मुकदमा लिखाया गया।
झलवा में नकल करते पकड़ा
कार्यवाहक परीक्षा नियंत्रक प्रभाष द्विवेदी ने बताया कि झलवा स्थित नारायण उच्च शिक्षा संस्थान का निरीक्षण करने पहुंची टीम ने परीक्षार्थियों को नकल करते हुए पकड़ा। इसका ऑडियो-वीडियो कैसेट भी टीम ने तैयार किया है। इसकी जानकारी कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव को दे दी गई है। कार्यवाहक परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि शुक्रवार को नकल पर सख्ती के चलते कुल 1406 ने परीक्षा में हिस्सा नहीं लिया।
दूसरे कॉलेज में केंद्र फिर भी स्वकेंद्र जैसी परीक्षा
प्रोफेसर राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) राज्य विश्वविद्यालय की वार्षिक परीक्षा में तीन बार में मंडल भर में 298 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। वहीं तमाम महाविद्यालयों में केंद्र बनने के बावजूद सैकड़ों परीक्षार्थी स्वकेंद्र जैसी परीक्षा दे रहे हैं। विवि प्रशासन ने नकल पर नकेल कसने के लिए केंद्र निर्धारण तो कर दिया पर कॉलेज प्रशासन आपस में मिलकर केंद्र को स्वकेंद्र जैसा बना दिए हैं। नकल पर नकेल कसने के लिए विवि प्रशासन ने तमाम तैयारी की। हालांकि, महाविद्यालयों के प्रबंधकों ने आपस में जोड़तोड़ कर उसका भी हल निकाल लिया। इसकी भनक भी विवि प्रशासन को नहीं लग पा रही। कई महाविद्यालयों का मुख्य द्वार बंद कर नकल कराई जा रही है।
इविवि परीक्षा में पकड़े गए सात नकलची
इविवि की वार्षिक परीक्षा में शुक्रवार को कुल सात नकलची पकड़े गए। परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर रामेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि इविवि परिसर में एक परीक्षार्थी को नकल करते पकड़ा गया। इसके अलावा जगत तारन डिग्री कॉलेज से एक, एडीसी से दो, सीएमपी से दो और ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज से एक परीक्षार्थी को नकल सामग्री का इस्तेमाल करते दबोचा गया।