इंजीनियरिंग कालेज की दीवार ढहने का मामला, तीन सदस्यीय जांच टीम ने ढाई घंटे की तहकीकात
सोमवार को कार्यदायी संस्था की तीन सदस्यीय टीम लखनऊ से प्रतापगढ़ आई। उसने पहले इंजीनियरिंग कालेज जाकर निर्माण से जुड़े सभी दस्तावेजों को खंगाला। उसके बाद पूरे परिसर का निरीक्षण किया। लगभग ढाई घंटे तक पड़ताल करने के बाद टीम वापस लौट गई।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। शिवसत गांव में निर्माणाधीन राजकीय इंजीनियरिंग कालेज में अनियमितता का आरोप लगने पर जिला प्रशासन की तीन सदस्यीय टीम ने मौके का निरीक्षण करके नमूने लिए थे। सोमवार को कार्यदायी संस्था की तीन सदस्यीय टीम लखनऊ से आई। उसने पहले सभी दस्तावेजों को खंगाला। उसके बाद पूरे परिसर का निरीक्षण किया। लगभग ढाई घंटे पड़ताल करने के बाद वापस लौट गई।
लगभग ढाई घंटे तक निर्माणाधीन इंजीनियरिंग कालेज में रही लखनऊ से आइ टीम
कार्यदायी संस्था डायरेक्टर कांट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विसेज (सीएनडीएस) के चीफ जनरल मैनेजर (सीजीएम) इं. शिवराज के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम सोमवार दोपहर लगभग दो बजे राजकीय इंजीनियरिंग कालेज पहुंची। सीजीएम ने सबसे पहले निर्माण कार्य की सभी फाइलों को खंगाला। किए गए कार्य और खर्च रकम का मिलान किया। उसके बाद अधिकारियों से निर्माण कार्य की प्रगति और कार्य की गुणवत्ता के बारे में भी सवाल किया। अधिकारियों ने फाइलों के अभिलेख के अनुसार जवाब दिया। उसके बाद टीम ने इंजीनियरिंग कालेज की मुख्य बिल्डिंग का निरीक्षण किया। वहां चल रहे प्लास्टर और टाइल्स लगाने के काम को देखा। निर्माण सामग्री की गुणवत्ता के बारे में पूछा। उसके उपरांत टीम वहां गई, जहां पर सपा विधायक के धक्का देने पर आवासीय दीवार गिर गई थी। जिस स्थान पर दीवार गिरी थी, उस हिस्से को छोड़कर बाकी जगह मिस्त्री काम कर रहे थे।
एक-एक चीज की गहन पूछताछ की, अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
टीम ने सभी आवास के निर्माण कार्य को देखा। लगभग ढाई घंटे टीम वहां पर रही। एक-एक कार्य की प्रगति को देखा। चीफ जनरल मैनेजर (सीजीएम) इं. शिवराज ने बताया कि टीम ने दस्तावेजों की जांच की। स्थलीय निरीक्षण किया। इसकी रिपोर्ट बनाकर उच्च अधिकारियों को देंगे। जिला प्रशासन अपने स्तर पर पूरे मामले की जांच करा रहा है। कार्यदायी संंस्था अपने स्तर पर एक-एक चीज की पड़ताल करा रही है। राजकीय इंजीनियरिंग कालेज का पूरा निर्माण मानकों के अनुरूप ही होगा।