जिले में मुहैया कराए गए 95 हजार परिवारों को रोजगार
प्रयागराज जनपद में 12 दिन पहले ही मनरेगा का लक्ष्य पूरा हो गया है। वित्तीय वर्ष 2018-19 में 66.66 लाख मानव दिवस का सृजन हुआ।
प्रयागराज : जिले में स्वच्छ भारत मिशन और प्रधानमंत्री आवास योजना का काम लक्ष्य के मुताबिक भले काफी पीछे है, लेकिन मनरेगा का लक्ष्य वित्तीय वर्ष खत्म होने के 12 दिन पहले ही पूरा कर लिया गया। वित्तीय वर्ष 2018-19 में मनरेगा के तहत करीब 95 हजार परिवारों को रोजगार मुहैया कराया गया। एक हजार मजदूरों को 100 और करीब 10 हजार को 90 दिन का रोजगार दिया गया।
मानव दिवस सृजन का लक्ष्य जिले में पूरा हुआ
मौजूदा वित्तीय वर्ष के लिए मनरेगा के तहत शासन ने जिले में 36 लाख 66 हजार 397 मानव दिवस सृजन का लक्ष्य दिया था। इस लक्ष्य को 19 मार्च को पूरा कर लिया गया। खास यह कि इसके तहत कृषि आधारित कार्यों में 65 फीसद की तुलना में करीब 80 प्रतिशत रोजगार उत्पन्न किया गया। हालांकि, शासन ने 65 फीसद का ही लक्ष्य दिया था। मजदूरों को 175 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से करीब 64.16 करोड़ रुपये मजदूरी का भुगतान किया गया।
किन कामों में हुआ रोजगार का सृजन
जिले में करीब 388 तालाब खुदवाए गए। 200 आंगनबाड़ी केंद्र और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत नौ हजार आवास निर्माण, 60 मुर्गी, बकरी और गौपालन के लिए शेड निर्माण के कार्यों में मजदूरों को रोजगार दिए गए। सभी 20 विकास खंडों में 50 गौशालाओं के निर्माण और 106 नए आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण के लिए भी मजदूर लगाए गए हैं।
वरुणा नदी का 14.50 किमी जीर्णोद्धार
मनरेगा के तहत वरुणा नदी के जीर्णोद्धार का कार्य कराया जा रहा है। उपायुक्त मनरेगा तेजभान सिंह ने बताया कि लगभग 37.4 किमी. लंबी इस नदी का करीब 14.50 किमी जीर्णोद्धार का कार्य पूरा हो गया है। नदी के पास छह तालाब खुदवाए जाएंगे और चार बड़े नालों का भी जीर्णोद्धार होगा। रोजगार मुहैया कराने का औसत 45 दिन का रहा।
अतिरिक्त मानव दिवस सृजन का लक्ष्य : सीडीओ
मुख्य विकास अधिकारी अरविंद कुमार सिंह का कहना है कि 31 मार्च तक मनरेगा के तहत लक्ष्य के अलावा करीब 10 फीसद अतिरिक्त मानव दिवस सृजन का लक्ष्य रखा गया है। वरुणा नदी का जितना जीर्णोद्धार हो चुका है, उसी में दोनों ओर 50 हजार पौधरोपण बारिश के दिनों में कराया जाएगा। इससे हरियाली के अलावा नदी के आसपास के गांवों में खेती भी अच्छी होगी।