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UP Power Corporation Employees Strike : प्रयागराज में बिजली के लिए सड़कों पर उतरे लोग, किया रास्ताजाम, पेयजल को भी तरसे लोग

UP Power Corporation Employees Strike पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के प्रस्ताव के खिलाफ बिजली कर्मियों का कार्य बहिष्कार जारी है। इससे प्रयागराज में बिजली व्‍यवस्‍था छिन्‍न-भिन्‍न हो गई है। बिजली के लिए रास्‍ताजाम किया जा रहा है। वहीं उपकेंद्रों का घेराव भी हो रहा है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Tue, 06 Oct 2020 08:14 AM (IST)Updated: Tue, 06 Oct 2020 03:47 PM (IST)
बिजली कर्मियों के कार्य बहिष्‍कार से प्रयागराज में बिजली व्‍यवस्‍था ध्‍वस्‍त हो गई है।

प्रयागराज, जेएनएन। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के प्रस्ताव के खिलाफ सोमवार से बिजली कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर दिया है। इसका असर यह है कि शहर में बिजली को लेकर हाहाकार मचा है। तमाम छोटे-बड़े इलाकों में बिजली न आने से घरों में पेयजल आपूर्ति भी प्रभावित है। बिजली कटौती से आक्रोशित लोगों ने देर रात के बाद मंगलवार की सुबह सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। उपकेंद्रों का घेराव व रास्‍ताजाम भी हो रहा है। व्‍यवस्‍था संभालने में पुलिस को मशक्‍कत भी करनी पड़ रही है। प्रशासनिक अधिकारी आपूर्ति बहाल करने का प्रयास कर रहे हैं।

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कर्मियों की हड़ताल से इविवि की परीक्षा स्थगित

इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) समेत संघटक कॉलेजों में मंगलवार को होने वाली ऑनलाइन सेमेस्टर परीक्षा स्थगित कर दी गई। यह निर्णय बिजली कर्मचारियों की हड़ताल और कार्य बहिष्कार की वजह से लिया गया है। यह परीक्षा 22 अक्टूबर को कराई जाएगी।

तेलियरगंज में रास्‍ताजाम, सड़क पर उतरे लोग

मंगलवार की सुबह झूंसी बिजली उपकेंद्र में कर्मचारियों ने ताला लगा दिया। क्षेत्र में बिजली कटौती से लोग परेशान हैं। वहीं शहर के तेलियरगंज में सोमवार से बिजली की समस्‍या झेल रहे लोगों का आक्रोश सड़क पर उतरा। मंगलवार की सुबह मुहल्‍ले के लोगों ने रास्ताजाम कर दिया है। लखनऊ और प्रतापगढ़, फैजाबाद के लिए प्रयागराज से यह प्रमुख मार्ग है। इसलिए काफी दूर तक वाहनों की लंबी लाइन लग गई है। बेनीगंज, भावापुर के कई इलाकों में सुबह से बिजली गुल है। इससे बीएसएनएल के टावर से नेटवर्क भी बाधित है। तो वहीं मीरापुर क्षेत्र में सोमवार की शाम से बिजली नहीं है। झूंसी में भी बिजली कटौती को लेकर दोपहर में लोगों ने रास्‍जाजाम कर दिया। नैनी में भी लोग सड़क पर उतरे और प्रदर्शन किया।

पेयजल की किल्‍लत, टैंकर से हो रही आपूर्ति

बिजली कटौती के कारण शहर के विभिन्‍न इलाकों में पेयजल की भी समस्‍या उत्‍पन्‍न हो गई है। शहर केमजार चौराहे के पास ग्राउंड में पानी के लिए सुबह से ही लंबी लाइन लग गई है। नगर पंचायत झूंसी में पेयजल संकट को देखते हुए टैंकर भेजकर पेयजल आपूर्ति कराई जा रही है। इसी प्रकार शहर के तमाम इलाकों में बिजली के साथ ही पेयजल के लिए लोग हलकान हैं।

पुलिस को भी मशक्कत करनी पड़ी

बेली उपकेंद्र के बाहर प्रयागराज-लखनऊ राजमार्ग पर गुस्साए लोगों ने रास्ताजाम कर दिया था। शहर में कई अन्य जगह रास्ताजाम किया गया। बिजली कर्मी उपकेंद्रों पर ताला लगाकर नदारद रहे और अधिकारियों के फोन स्विच ऑफ रहे तो लोगों के गुस्से को शांत करने के लिए पुलिस को भी काफी मशक्कत करनी पड़ी। प्रशासनिक अधिकारियों ने दूसरे फीडरों से कुछ इलाकों में बिजली आपूर्ति बहाल कराई गई। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली व्यवस्था पूरी तरह बेपटरी रही।

लोगों का पारा हुआ गरम

जब काफी देर तक बिजली नहीं आई तो  लोगों का पारा गरम होने लगा। तेलियरगंज, मजार तिराहा, न्यू एमइएस, रामबाग समेत कई उपकेंद्रों पर लोग पहुंच गए। यहां ताला लटक रहा था। लोगों ने हंगामा करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। जानकारी पाकर पुलिस मौके पर पहुंची। लोगों को समझाते हुए सूचना अफसरों को दी तो कुछ कर्मचारी पहुंचे और उपकेंद्र का ताला खोलकर आपूॢत बहाल की। कुछ देर बाद फिर बिजली गुल हो गई। हालांकि, सिविल लाइंस इलाके में आपूॢत होती रही। अन्य स्थानों पर शाम तब आपूॢत बहाल नहीं हुई तो लोग करेली, करेलाबाग, फोर्ट रोड, खुसरोबाग, रामबाग, गऊघाट, कल्याणी देवी, बेली रोड, प्रीतम नगर, कसारी-मसारी समेत अन्य उपकेंद्रों पर लोग पहुंच गए और हो-हल्ला करने लगे। बेली चौराहे, मजार तिराहा में रास्ताजाम कर दिया गया। इससे प्रयागराज-लखनऊ राजमार्ग जाम हो गया। पुलिस ने किसी तरह एक तरफ का रास्ता खुलवाया।

इन इलाकों में विरोध-प्रदर्शन किया

खुशरोबाग उपकेंद्र के सामने लोगो की भीड़। प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुचे। चौफटका पर भी प्रदर्शन हुआ। वहीं अटाला में भी रास्ताजाम की कोशिश हुई, लेकिन पुलिस ने सभी को खदेड़ दिया। पार्षद मुकुंद तिवारी और रंजन प्रजापति के नेतृत्व में तेलियरगंज उपकेंद्र पर पहुंचकर लोगों ने घेराव किया। मुकुंद तिवारी ने कहा कि वैकल्पिक व्यवस्था न होने के कारण लोगों को बिजली-पानी संकट का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा नैनी, झूंसी और फाफामऊ में भी बिजली संकट रहा। इससे आक्रोशित लोग सड़क पर उतरे लेकिन देर रात तक समस्या हल नहीं हुई।

अधिकारियों के छूटे पसीने

दिन भर प्रशासनिक अफसर व्यवस्था में जुटे रहे। लोक निर्माण विभाग, नगर निगम के साथ ही अन्य विभागों में तैनात बिजली कर्मियों को तैनात किया जाने लगा। उपकेंद्रों पर संविदा पर कार्यरत कर्मचारियों से भी कार्य करने को कहा गया। हालांकि, अधिकांश संविदा कर्मियों ने हामी नहीं भरी। वहीं सोरांव, फूलपुर, हंडिया, बारा, करछना, मेजा, कोरांव तहसील के एसडीएम ने बिजली उपकेंद्रों पर राजस्व कर्मियों की ड्यूटी लगाई, लेकिन कोई नहीं पहुंचा। राजस्व कर्मियों ने इसका खुलकर विरोध भी कर दिया।


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