Magh Mela-2020 : गंगा में कटान तेज होने से हटाने पड़े बिजली के खंभे Prayagraj News
पानी बढऩे के चलते गंगा में कटान तेज हो गई है। कटान रोकने के लिए सिंचाई विभाग की बाढ़ खंड टीम सक्रिय है लेकिन उसे सफलता नहीं मिल पा रही है।
प्रयागराज,जेएनएन । गंगा की कटान माघ मेले की तैयारियों में बाधा बन गई है। इसके चलते गुरुवार को बिजली के खंभों व पेयजल पाइपलाइन को पीछे हटाना पड़ा। घाटों को बनाने में भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
गंगा की सफाई को लेकर पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कानपुर आए थे। तभी से गंगा में हरिद्वार और नरौरा से अधिक पानी छोड़ा जा रहा है। उस दौरान छोड़े गए पानी से अब गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। पानी बढऩे से गंगा का जलस्तर फाफामऊ में 77.5 मीटर हो गया है। जो पहले से पांच सेंटीमीटर अधिक चल रहा है। सामान्यता मेले के दौरान यहां पर जलस्तर 76.5 मीटर होना चाहिए। पानी बढऩे के चलते गंगा में कटान तेज हो गई है। कटान रोकने के लिए सिंचाई विभाग की बाढ़ खंड टीम सक्रिय है लेकिन उसे सफलता नहीं मिल पा रही है। संगम पर पहले टीला बना हुआ था जिसे खोदकर घाट बनाया जा रहा था लेकिन अब उसमें भी अड़चन आ रही है।
हटाने पड़ेंगे दो दर्जन से अधिक खंभे
बिजली विभाग ने गंगा के दोनों किनारों पर खंभे लगा दिए हैं। अब घाट तक कटान होने पर दो दर्जन से अधिक खंभों को वहां से हटाना पड़ रहा है। ऐसे ही पानी की पाइप लाइन किनारे-किनारे डाली गई थी, उसे भी निकाला जा रहा है।
घायल कर रही हैं चकर्ड प्लेट
मेला क्षेत्र में चकर्ड प्लेट बिछाने के कार्य में भी लापरवाही बरती जा रही है। कहीं चकर्ड प्लेटों को जोड़ा गया है तो कहीं ऐसे ही छोड़ दिया गया है। अस्तव्यस्त चकर्ड प्लेटें लोगों को घायल कर रही हैं। अक्षयवट मार्ग पर पहले जहां दलदल था, वहां पर चकर्ड प्लेट डाल दी गई थी। अब वहां जमीन सूखी तो चकर्ड प्लेट दबकर टेढ़ी हो गईं। इसी तरह पुल का काम अब तक पूरा नहीं हुआ है। इंजीनियरों की अदूरदर्शिता के चलते बाद में पुल के पीपे बढ़ाने के लिए कमिश्नर को आदेश देना पड़ा। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता सुनील कुमार कठेरिया ने बताया कि चकर्ड सभी रोड पर डाल दी गई हैं। उसे जल्द ही उन्हें जोड़ दिया जाएगा। काली और त्रिवेणी पुल पर कुछ पीपे बढ़ाने थे, उसका काम चल रहा है।
घाट पर नहीं बनाए गए शौचालय
गंगा स्वच्छता को लेकर लगातार अभियान चल रहा है लेकिन संगम घाट पर इसको लेकर काम नहीं हो रहा। शौचालय तक नहीं बनाए जा सके हैं। गुरुवार को सूर्य ग्रहण के बाद लाखों लोगों ने गंगा स्नान किया। इसके अलावा भी रोजाना हजारों लोग संगम स्नान को पहुंच रहे हैं लेकिन घाट के आसपास शौचालय अस्तव्यस्त हालत में हैं।
सुविधा पर्ची के लिए मारामारी
संस्थाओं और कल्पवासियों को जमीन बांट दी गई है। अब सुविधा पर्ची के लिए मारामारी हो रही है। सुविधा पाने या सुविधा बढ़वाने के लिए संस्था के लोग मेला कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। मेला के कार्यालय में कम ही मिलते हैं। शाम को मेला अधिकारी रजनीश मिश्रा मेला कार्यालय पहुंचे तो तमाम लोगों ने उनको घेर लिया। उन्होंने समस्याओं को सुनकर उनका निस्तारण किया। यह प्रक्रिया देर रात तक चलती रही।