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नोटबंदी के दौरान फर्जी खाता खोलकर ट्रांसफर किए 18.36 करोड़

इंस्पेक्टर कोतवाली रवींद्र यादव के मुताबिक, खाते में सारे दस्तावेज इन्हीं के लगे हैं, अब जांच की जाएगी कि फर्जीवाड़ा कैसे हुआ। 18 करोड़ 36 लाख की रकम किन खातों में भेजी गई इसका पता लगाया जाएगा।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Thu, 03 Jan 2019 11:32 AM (IST)Updated: Thu, 03 Jan 2019 11:32 AM (IST)
नोटबंदी के दौरान फर्जी खाता खोलकर ट्रांसफर किए 18.36 करोड़

प्रयागराज : नोटबंदी के दौरान प्रयागराज में करोड़ों रुपये की हेराफेरी की गई। लंबे समय बाद अब कोर्ट के आदेश पर कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है। एक कारोबारी के नाम का दस्तावेज लगाकर खाता खोला गया। खाते के जरिए 18 करोड़ 32 लाख 63 हजार रुपये ट्रांसफर कर लिए गए। शातिरों के इस खेल का किसी को पता ही नहीं चला। अब आयकर विभाग ने कारोबारी को नोटिस जारी कर करोड़ों रुपये का हिसाब मांगा तो वह सन्न रह गया। नोटिस मिलने के बाद कारोबारी ने मुकदमा दर्ज कराया है।

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   धूमनगंज थाना क्षेत्र के कालिंदीपुरम इलाके में रहने वाले राम लखन के बेटे चंद्र भवन ने कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उन्हें आयकर विभाग का नोटिस मिला तो जानकारी हुई कि उनके खाते से 18 करोड़ 36 लाख रुपये का लेनदेन हुआ। चंद्र भवन का खाता कोतवाली के शिव चरण लाल रोड पर स्थित एक्सिस बैंक में है। नोटिस मिलने पर वह बैंक पहुंचे तो पता चला उनकी फोटो, नाम पते का इस्तेमाल कर किसी ने खाता खोला। उन्हीं के पैनकार्ड का इस्तेमाल हुआ।

   यहां तक की सिग्नेचर भी उन्हीं की बनाई गई। चंद्र भवन का कहना है कि उनके दस्तावेज लगाकर फर्जी खाता खोल इतनी बड़ी रकम ट्रांसफर की गई। ऐसा नोटबंदी के दौरान किसी जालसाज ने किया। इंस्पेक्टर कोतवाली रवींद्र यादव के मुताबिक, खाते में सारे दस्तावेज इन्हीं के लगे हैं, अब जांच की जाएगी कि फर्जीवाड़ा कैसे हुआ। 18 करोड़ 36 लाख की रकम किन खातों में भेजी गई इसका पता लगाया जाएगा।


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