CoronaVirus के बढ़ते मरीजों की वजह से प्रयागराज के आठ इलाके हुए सील, जानिए कहां-कहां क्या रहेंगी पाबंदियां
कोरोना के बढ़ते कहर के चलते देर से ही सही अब प्रशासन को सख्त एहतियाती कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ रहा है। शहर हो या ग्रामीण अंचल हर तरफ कोरोना की दूसरी लहर से लोग संक्रमित होकर जान गंवा रहे हैं मगर अब तक लापरवाही बरती जा रही है।
प्रयागराज, जेएनएन। संगमनगरी में कोरोना के बढ़ते कहर के चलते देर से ही सही अब प्रशासन को सख्त एहतियाती कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ रहा है। शहर हो या ग्रामीण अंचल हर तरफ कोरोना की दूसरी लहर से लोग संक्रमित होकर जान गंवा रहे हैं मगर अब तक लापरवाही बरती जा रही है। प्रशासन के स्तर से भी ढिलाई हो रही थी लेकिन अब शहर में बिगड़ते हालात को देखते हुए आठ इलाकों को सील करने का फैसला किया गया जहां आवागमन पर रोक रहेगी और कुछ ही दुकानों से सीमित वस्तुएं खरीदी जा सकेंगी।
बढ़ते जा रहे इन इलाकों में मरीज इसलिए सील का निर्णय
एडीएम सिटी कार्यालय से जारी सूचना के मुताबिक, शहर के आठ इलाके ऐसे चिन्हित किए गए हैं जहां बड़ी संख्या में कोरोना पॉजिटिव हैं और वहां संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है। ये इलाके हैं
1.कटरा
2.ममफोर्ड्गंज
3.मधवापुर
4.मलाक राज
5.लूकर गंज
6.झूलेलाल नगर
7.प्रीतम नगर
8.हाशिमपुर रोड
14 दिन में मिले नए मरीज तो बढ़ जाएगी सील की अवधि
इन इलाकों में ये पाबंदियां अगले 14 दिन के लिए लागू की जा रही हैं। एडीएम सिटी के मुताबिक अगर 14 दिन के दौरान यहां नए कोरोना केस मिलते हैं तो सील की अवधि बढ़ा दी जाएगी। ये हैं पाबंदियां...
1. इन इलाकों में कोई आवागमन नहीं हो सकेगा, लोगों को घरों में ही रहना होगा
1. सिर्फ जरूरी वस्तुओं की दुकानें ही खुल सकेंगी।
3. मास्क नहीं लगाने पर जुर्माना और चालान की कार्रवाई की जाएगी
4. दूध और ब्रेड जैसी जरूरी वस्तुओं की डिलेवरी डोर टू डोर की जाएगी
5. केवल सफ़ाई या मेडिकल या प्रशासनिक टीम को ही आवागमन की अनुमति होगी
आप भी रखिए ध्यान
इस प्रशासनिक कदम से साफ है कि अब कोरोना की दूसरी लहर को रोकने के लिए सख्त फैसले लेने जरूरी हो गए हैं। मौत दर मौत और बढ़ते संक्रमण की वजह से तबाही के आसार दिख रहे हैं लेकिन लोग सुधरने को तैयार नहीं है। इन इलाकों पर ठेले पर समोसे और गोलगप्पे खाने के लिए भीड़ लग रही थी जबकि कोरोना पूरे तेवर पर है। न लोग मास्क लगा रहे हैं और न घर से बेवजह नहीं निकलने की सलाह मान रहे हैं। नतीजा सामने है कि घरों में कोरोना मरीज बढ़ते जा रहे हैं और मौतों की वजह से अनगिनत परिवार गम में डूबे हैं।