Coronavirus effect : टीबी मरीजों का इलाज करने वाली स्वास्थ्य टीम कोविड जांच में लगी Prayagraj News
कुछ गंभीर मरीजों को जिला क्षय रोग अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। जनपद में तीन माह में टीबी के 1969 मरीज मिले थे। भर्ती करने के बजाय घर पर रहकर दवा खाने के लिए कहा गया।
प्रयागराज,जेएनएन। कोरोना वायरस की महामारी के चलते टीबी मरीजों की जांच व इलाज, दोनों प्रभावित हो रही है। क्योंकि जो स्वास्थ्य टीम टीबी मरीजों की जांच व इलाज में लगी थी वह चार माह से कोरोना से बचाव की ड्यूटी कर रही है। एसआरएन अस्पताल के वार्ड नंबर 17 में केवल टीबी के मरीजों को ही भर्ती किया जाता था, लेकिन जब से अस्पताल को कोविड अस्पताल बना दिया गया तो टीबी के अधिकांश मरीजों को घर भेज दिया गया।
टीबी मरीजों को भर्ती करने के बजाय घर पर रहकर इलाज की सलाह
कुछ गंभीर मरीजों को जिला क्षय रोग अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। जनपद में तीन माह में टीबी के 1969 मरीज मिले थे। इन सभी को भर्ती करने के बजाय घर पर रहकर दवा खाने के लिए कहा गया है। तेलियरगंज स्थित क्षयरोग अस्पताल में गंभीर मरीजों के लिए 30 बेड की व्यवस्था है लेकिन महज तीन मरीज यहां भर्ती किए गए हैं।
लैब टेक्निशियन व अन्य स्टाफ कोविड डयूटी में लगे
वहीं जिला क्षयरोग कार्यालय में सीबी नॉट मशीन लगाई गई है। टीबी के संभावित मरीजों की जांच नहीं हो पा रही है। क्योंकि यहां के लैब टेक्निशियन व अन्य स्टाफ कोविड ड्यूटी में लगे हैं। यहां तक की जिला क्षयरोग अधिकारी भी कोविड ड्यूटी में सैंपलिंग कराने की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ. एके तिवारी ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण टीबी की जांच व इलाज में कुछ परेशानी हो रही है। कोरोना के पहले क्षयरोगियों की जांच का आंकड़ा करीब 117 तक पहुंच जाता था यानी लक्ष्य से भी ज्यादा। अब इसमें कमी आई है और अब यह 87 फीसद तक पहुंच गया है।