नशे में सुनील ने ब्लेड से गला रेता था, दोस्त की पत्नी से न मिलने पर की आत्महत्या Prayagraj News
भाई नीरज ने आशंका जताई कि इस घटना में कई लोगों का हाथ है। पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। शक के आधार पर तीन को हिरासत में लिया तो मामला साफ हो गया।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रतापगढ़ के श्रीनाथपुर गांव में हुई ट्रक चालक की मौत की घटना का पर्दाफाश पुलिस ने शुक्रवार का को किया। पुलिस का दावा है कि दोस्त की पत्नी से मिलने पर प्रतिबंध लगने से क्षुब्ध होकर ट्रक चालक ने ब्लेड से गला रेतकर आत्महत्या की थी। घटना की जानकारी होने के बाद भी पुलिस को सूचना नहीं देने पर ट्रक चालक के दोस्त, उसके ससुर और साले को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। एक अभी फरार है।
सुनील का शव सड़क किनारे मिला था, रेता हुआ था गला
जौनपुर के सुजानगंज थाना क्षेत्र के अहिलादपुर गांव निवासी सुनील कुमार शर्मा 11 मार्च को दिन में अपने ननिहाल गांगपाटी गांव आया। घर जाने के बजाय नहर के पास एक दुकान पर ममेरे भाई अमित शर्मा से मिला और उसकी बाइक लेकर दोस्त नन्हे शर्मा की ससुराल श्रीनाथपुर गया। वहां से दोपहर में दोस्त के ससुर उमाशंकर शर्मा के साथ लौटकर उसी दुकान पर मामा अमित से मिला और उनकी बाइक देकर उमाशंकर के साथ उसकी बाइक से उसके घर चला गया। 12 मार्च को सुनील का शव श्रीनाथपुर गांव में प्राइमरी स्कूल के पास सड़क के किनारे मिला था। उसका गला रेता हुआ था। सुनील के बड़े भाई नीरज ने तहरीर देकर आशंका जताई कि इस घटना में नन्हे शर्मा पुत्र अंबिका प्रसाद निवासी बहुता, पट्टी, नन्हे की पत्नी पुष्पा शर्मा, ससुर उमाशंकर पुत्र रामफेर और साले दिनेश का हाथ है। पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज किया था।
पुलिस ने तीन को हिरासत में लिया था
शक के आधार पर पुलिस ने नन्हें शर्मा निवासी बहुता, दिनेश शर्मा, उमाशंकर निवासीगण श्रीनाथपुर को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ में पता चला कि सुनील दोस्त नन्हे निवासी बहुता के साथ ट्रक चलाता था। वह नन्हे की पत्नी पुष्पा से फोन पर बात करता था। घर आने के दौरान अक्सर उससे मिलने जाता था। यह बात नन्हे और उसके ससुराल वालों को पसंद नहीं थी। इन लोगों ने पुष्पा से मिलने से सुनील रोक दिया था। इससे क्षुब्ध होकर सुनील ने 11 मार्च को रात शराब पी और यह कहते हुए ब्लेड से गला रेत लिया कि अब उसे नहीं जीना है।
पुलिस लाइन में प्रेस कांफ्रेंस
शुक्रवार को पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में एसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि नशे में सुनील ने ब्लेड से अपना गला रेत लिया था। उसे स्कूल के पास खून से लथपथ पड़े देख उमाशंकर, उसके दामाद नन्हे और शानू पुत्र सूबेदार शर्मा निवासी बजहा, थाना मानधाता के साथ घायल सुनील को उसके मामा के घर गांगपाटी ले गए। वहां उसके ममेरे भाई अमित ने कहा कि यह दिन भर उन लोगों के साथ रहा है, शराब पीया है और घटना भी उन्ही के यहां हुई है, इसलिए वह लोग ही उसे अस्पताल ले जाएं और पुलिस को भी इसकी सूचना दें।
बोले एसपी प्रतापगढ़
एसपी ने बताया कि उमाशंकर और उसके घर के लोगों ने यह सोचा कि शराब पीकर गांव में घूम-घूम कर उनकी बहुत बदनामी कर दी है। यही नहीं उमाशंकर की बेटी पुष्पा को भी वह काफी परेशान करता था, इसलिए इसका मर जाना ही ठीक है। यह सोचकर उमाशंकर और उसके बेटे व सालों ने उसे सड़क के किनारे छोड़कर अपने घर चले गए।