Dr AK Bansal Murder Case: आलोक सिन्हा की गिरफ्तारी पर बेनकाब होंगे कई और राज, एसटीएफ की दो टीम गठित
बहुचर्चित डॉ. बंसल हत्याकांड में प्रतापगढ़ के शूटर मो. शोएब की गिरफ्तारी के बाद फरार अभियुक्तों को दबोचने के लिए एसटीएफ प्रयागराज यूनिट की दो टीमें बनाई गई हैं। इसमें एक टीम आलोक सिन्हा तो दूसरी टीम शूटरों की तलाश में लगाई गई है।
प्रयागराज, जेएनएन। जीवन ज्योति के निदेशक रहे सर्जन डॉ. एके बंसल हत्याकांड से जुड़े कई राज मुख्य साजिशकर्ता आलोक सिन्हा की गिरफ्तारी के बाद सामने आएंगे। इस सनसनीखेज वारदात की योजना बनाने व हत्याकांड को अंजाम देने में और कौन-कौन लोग शामिल थे, इसका भी पता चल सकता है। ऐसे में स्पेशल टॉस्क फोर्स एसटीएफ आलोक सिन्हा की गिरफ्तारी पर पहले जोर दे रही है। साथ ही वारदात में शामिल शूटर मकसूद व अबरार मुल्ला की भी तलाश तेज हो गई है।
फरार शूटरों की खंगाली जा रही है लोकेशन
बहुचर्चित डॉ. बंसल हत्याकांड में प्रतापगढ़ के शूटर मो. शोएब की गिरफ्तारी के बाद फरार अभियुक्तों को दबोचने के लिए एसटीएफ प्रयागराज यूनिट की दो टीमें बनाई गई हैं। इसमें एक टीम आलोक सिन्हा तो दूसरी टीम शूटरों की तलाश में लगाई गई है। एसटीएफ के अधिकारियों का कहना है कि आलोक सिन्हा मूल रूप से बिहार के पटना शहर का रहने वाला है। मगर उसने कई साल पहले नोएडा में एक फ्लैट लिया और फिर वहीं पर एक दफ्तर भी खोला था। डॉ. बंसल की हत्या से करीब एक माह पहले वह अपना घर छोड़कर पत्नी व बच्चों के साथ कहीं चला गया था। उसकी काफी तलाश की गई मगर कुछ पता नहीं चल रहा था। लेकिन अब हत्याकांड के मुकदमे में वह वांटेड है और मुख्य साजिशकर्ता है। लिहाजा उसकी गिरफ्तारी पर विशेष जोर दिया जा रहा है। एसटीएफ की टीम आलोक सिन्हा के करीबियों और उससे जुड़े लोगों के बारे में जानकारी जुटा रही है, ताकि कुछ सुराग मिल सके। उधर, शूटर मकसूद बीते माह एक मुदकमे में जमानत पर नोएडा जेल से बाहर आया है, लेकिन प्रतापगढ़ में उसकी लोकेशन नहीं मिल रही है। जबकि अबरार मुल्ला भी घर छोड़कर भाग निकला है। एसटीएफ ने अभियुक्तों के संदिग्ध मोबाइल नंबरों को भी सर्विलांस पर लगा दिया है और कुछ की लोकेशन खंगाली जा रही है। दावा किया जा रहा है कि जल्द ही सभी को पकड़ लिया जाएगा।
जिस तरह से शूटर शोएब को गिरफ्तार कर हत्याकांड का पर्दाफाश किया गया है, उसी तरह वारदात में शामिल रहे आलोक सिन्हा समेत अन्य को भी गिरफ्तार किया जाएगा। इसके लिए दो टीमें बनाकर संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी के लिए रवाना कर दिया गया है।
- नवेंदु कुमार, सीओ, एसटीएफ