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Double Murder: बहू ने कराया था मां-बेटी का कत्ल, प्रयागराज पुलिस ने तीन लोगों को किया गिरफ्तार

इस घटना के पीछे घर की बहू का ही हाथ था जिसकी साजिश से उसके प्रेमी समेत तीन लोगों ने घर में घुसकर कत्ल किया था। ठोस सुबूत जुटाने के बाद पुलिस ने मायके में रहने वाली कातिल बहू समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है

By Ankur TripathiEdited By: Published: Sat, 16 Oct 2021 06:29 PM (IST)Updated: Sat, 16 Oct 2021 09:28 PM (IST)
पुलिस ने मायके में रहने वाली कातिल बहू समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। औद्योगिक क्षेत्र थाना के चकपूरे खुर्द मियां का पूरा गांव में मंगलवार देर रात प्रेमा देवी और उसकी पुत्री तनु की हत्या का राजफाश शनिवार को पुलिस ने कर दिया। मृतका प्रेमा की मायके में रहने वाली बहू को उसके पति के दोस्त व एक अन्य को गिरफ्तार किया गया है। दोहरे हत्याकांड की साजिश बहू ने ही रची थी। वह अपनी पुत्री को वापस पाना चाहती थी। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त चापड़, हसिया, लूटे गए जेवरात, रुपये आदि बरामद किया है

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मुकदमा तो गांव के लोगों के खिलाफ लिखाया गया था

यमुनापार इलाके में औद्योगिक क्षेत्र के चकपूरे खुर्द मियां का पूरा गांव में मंगलवार की देर रात बजरंग बहादुर पटेल की पत्नी 55 वर्षीय प्रेमा पटेल और बेटी 18 साल की तनु को  धारदार हथियार से हमलाकर मार डाला गया था। हमले में बजरंग बहादुर को भी चोट पहुंची थी। साथ सो रही उनकी पौत्री छह साल की अंशिका तख्त के पीछे छिप जाने से बच गई थी। इस घटना में पड़ोस के मकान में रहने वाले बजरंग के भतीजे राज बहादुर पटेल ने गांव के ही महेश नारायण मिश्र और उनके पुत्र नवनील समेत चार लोगों के खिलाफ मुकदमा लिखाया था। तब से पुलिस घटना की हर पहलू पर छानबीन कर रही है। काल डीटेल जुटाकर भी तहकीकात की जा रही थी।

कुछ दिन पहले बहू ने किया था झगड़ा

जांच का एक एंगल बजरंग बहादुर की बहू गीता से बना विवाद भी था। दरअसल बजरंग बहादुर ने इकलौते पुत्र चंद्रशेखर की शादी सात साल पहले घूरपुर इलाके की गीता के साथ की थी। गीता ने एक बेटी अंशिका को जन्म दिया जो अब छह साल की है। घरेलू कलह की वजह से चंद्रशेखर ने चार साल पहले जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। इसके पीछे भी पत्नी का चाल-चलन ही था। उसकी मौत के बाद पत्नी गीता बेटी अंशिका को ससुराल में छोड़कर घूरपुर मायके चली गई थी। तब से अंशिका की देखभाल उसके दादा बजरंग बहादुर और दादी प्रेमा ही कर रही थीं। अंशिका रात में आमतौर पर अपनी बुआ तनु के साथ सोती थी। संयोग रहा कि घटना वाली रात वह दादा-दादी के पास सो रही थी। हमलावर आए तो आवाज सुनकर वह तख्त के पीछे छिप गई थी। पता चला कि घटना से कुछ दिन पहले वह अंशिका को लेने आई थी लेकिन सास-ससुर ने उसे भेजने से इन्कार कर दिया तो उनसे काफी कहासुनी की थी। पुलिस ने जांच की दिशा अंशिका की मां गीता की तरफ मोड़ी तो उसके मोबाइल काल डीटेल समेत अन्य सुबूतों ने इस दोहरे हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया।

सख्ती करने पर कुबुल लिया गुनाह

पुलिस ने गीता को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की तो पहले तो उसने पहले तो गोलमोल जवाब देकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की लेकिन सख्ती बरतने और  सुबूत सामने रखने पर आखिरकार उसने कुबूल लिया कि अपनी सास और ननद का कत्ल उसने ही कराया है। पुलिस को पता चला कि अंशिका को उसके हवाले नहीं करने की वजह से गीता ने अपने प्रेमी को सास-ससुर और ननद के कत्ल करने के लिए कहा था। पुलिस ने सारे सुबूत जुटाने के बाद शनिवार दोपहर गीता सेमत तीन लोगों को गिरफ्तार कर  लिया।


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