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प्रथम विधानमंडल दल की पहली बैठक की 133वीं वर्षगांठ पर प्रयागराज के गौरवशाली इतिहास पर चर्चा Prayagraj News

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रृंगवेरपुर धाम बारह माधव अलोप शंकरी देवी ललिता देवी मंदिर पडि़ला महादेव दुर्वासा ऋषि आश्रम जैसे स्थानों की भी चर्चा की। इनसे प्रयागराज की गरिमा है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Thu, 09 Jan 2020 11:37 AM (IST)Updated: Thu, 09 Jan 2020 11:37 AM (IST)
प्रथम विधानमंडल दल की पहली बैठक की 133वीं वर्षगांठ पर प्रयागराज के गौरवशाली इतिहास पर चर्चा Prayagraj News
प्रथम विधानमंडल दल की पहली बैठक की 133वीं वर्षगांठ पर प्रयागराज के गौरवशाली इतिहास पर चर्चा Prayagraj News

प्रयागराज,जेएनएन । अगली पीढ़ी के मानस पटल पर अंकित व आठ जनवरी 1887 को स्मरण करने के लिए प्रयागराज गौरव अनुभूति समारोह आयोजित किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रयागराज को सृष्टि के रचयिता ब्रह्म द्वारा प्रथम यज्ञ और प्रथम विधानमंडल की बैठक का संगम बताया। प्रथम विधानमंडल दल की पहली बैठक की 133वीं वर्षगांठ में प्रयागराज के गौरवशाली इतिहास पर भी चर्चा हुई।

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राजकीय पब्लिक लाइब्रेरी को विधानसभा से जोडऩे की बात की

मुख्य अतिथि डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, पूर्व राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी समेत सांसद, महापौर और विधायकों ने दीप जलाकर कार्यक्रम का श्रीगणेश किया। मुख्य अतिथि ने कहा कि राजकीय पब्लिक लाइब्रेरी को विधानसभा से जोडऩे की बात की। इसे हाईटेक बनाया जाएगा। उप मुख्यमंत्री ने श्रृंगवेरपुर धाम, बारह माधव, अलोप शंकरी देवी, ललिता देवी मंदिर, पडि़ला महादेव, दुर्वासा ऋषि आश्रम जैसे स्थानों की भी चर्चा की। कहा कि इनसे प्रयागराज की गरिमा है। इन स्थानों पर आयोजन होने चाहिए जिससे देश भर में प्रयागराज का गौरव बढ़ सके। इसके लिए प्रयागराज के लोग भी आगे आएं। सांसद केसरी देवी पटेल ने कहा कि प्रयाग तपोभूमि है। त्याग की यह भूमि हमेशा चर्चा में रहती रहती है। महानगर अध्यक्ष गणेश केसरवानी ने आभार जताया। मौके पर पूर्व विधायक आनंद पांडेय उर्फ कलक्टर पांडेय, प्रभाशंकर पांडेय, दिलीप श्रीवास्तव, आशीष गुप्ता, अर्चना शुक्ला, अरविंद सिंह, गिरि बाबा, राजू पाठक मौजूद रहे।

बचाना होगा प्रयागराज का गौरव और गरिमा : केशरीनाथ

राज्य में विधाई संस्थाओं का विकास भारत में विधान मंडल के इतिहास से सीधे जुड़ा है। अपने विधानसभा अध्यक्ष काल में 2003 के संपूर्ण कार्यक्रम की विस्तार से चर्चा करते हुए पूर्व राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने बताया कि एक पत्रिका में गौरवशाली इतिहास की जानकारी हुई फिर उसके अन्य विषयों को संकलित कर कार्यक्रम को मूर्त रूप दिया। उन्होंने आज के कार्यक्रम को जनतंत्र के पहरेदारों के रूप में जाने वाले शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग का फल बताया।

प्रयागराज के गौरव को नई पीढ़ी समझे : नंदगोपाल गुप्त

प्रदेश के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुुप्त नंदी ने कहा कि आने वाली पीढ़ी इस गौरव को सदैव याद रखे, इसके लिए हर साल इस दिन समारोह होना चाहिए। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी को प्रयागराज के गौरव को समझना चाहिए। कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिले का नाम प्रयागराज कर यहां के गौरव को और बढ़ा दिया।


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