माघ मेले में ट्रस्ट के स्वरूप तय हो जाने की हलचल Prayagraj News
अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट बनाने और मस्जिद के लिए पांच एकड़ जमीन देने के लिए तीन माह का समय दिया था। नौ फरवरी को यह समय पूरा होगा।
प्रयागराज, जेएनएन। माघ मेला में बुधवार को दिन भर राम मंदिर निर्माण को केंद्र सरकार की ओर से गठित होने वाले ट्रस्ट को लेकर हलचल रही। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण करवाने वाले ट्रस्ट में 17 सदस्यों की सूची तैयार हो जाने की संतों में चर्चा रही। संत तक यह सूचना पहुंची है कि सूची में आधे से ज्यादा सदस्य मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे अयोध्या समेत देश के अन्य हिस्सों के संत-महात्मा हैं। इसमें विश्व हिंदू परिषद केंद्रीय पदाधिकारियों और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों को भी शामिल किया जा रहा है। देश के धार्मिक और सामाजिक क्षेत्र में काम करने वाले भी सदस्य बनाए जा रहे हैैं, यह भी संतों की जुबान पर था। संतों का कहना था कि ट्रस्ट में 17 सदस्य होने की बात सामने आई है। हालांकि इस पर अभी अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सका है।
नौ फरवरी तक होना है ट्रस्ट का गठन
अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट बनाने और मस्जिद के लिए पांच एकड़ जमीन देने के लिए तीन माह का समय दिया था। नौ फरवरी को यह समय पूरा होगा। केंद्र सरकार के पास अब लगभग दो हफ्ते ही बचे हैैं। इसी बीच बुधवार को माघ मेला में धुनी रमाए संतों के बीच गरमागरम खबर आई। बताया गया कि ट्रस्ट के लिए 30 जनवरी तक फैसला हो जाएगा। इसमें श्रीराम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष व अयोध्या स्थित मणिराम छावनी के महंत स्वामी नृत्यगोपाल दास, कर्नाटक में उडुप्पी स्थित पेजावर मठ के प्रमुख विश्वप्रसन्न तीर्थ महाराज को भी शामिल किए जाने की बात सामने आई है। दोनों बड़े संत माघ मेला में मंगलवार को हुए संत सम्मेलन में हिस्सा लेने आए थे। इनके अलावा निर्मोही अखाड़ा के महंत दिनेंद्र दास, दिगंबर निर्वाणी अणी अखाड़ा के महंत सुरेश दास, बड़ा उदासीन के महंत अवधेश दास, सद्गुरु सदन के महंत सियाकिशोरी शरण दास, रामानुज संप्रदाय कौशलेश सदन के महंत वासुदेवाचार्य और अशर्फी भवन के महंत श्रीधराचार्य का नाम भी ट्रस्ट के सदस्यों की सूची में शामिल होने की चर्चा रही।
संरक्षक मंडल का भी होना है गठन
इसके अलावा संरक्षक मंडल भी गठित होगा। ट्रस्ट का एक मुख्य कार्यकारी अधिकारी भी होगा। स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती, गोविंदगिरी महाराज और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गोरक्ष पीठ गोरखपुर के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार, उपाध्यक्ष और श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के सचिव चंपत राय को भी शामिल किए जाने की माघ मेला में चर्चा रही। हालांकि विहिप के केंद्रीय उपाध्यक्ष जीवेश्वर मिश्र और केंद्रीय संत संपर्क प्रमुख अशोक तिवारी ने इस तरह की सूचना से इन्कार किया। अलबत्ता इसकी चर्चा उन्होंने भी सुनी है, इसकी जानकारी दी।