थानेदार, सीओ और एसपी के नाम पर सात लाख की ठगी का आरोपित गिरफ्तार Prayagraj News
उसने अपने को चायल विधायक का फर्जी प्रतिनिधि बताकर कई लाख्ा रुपये की ठगी की। इस जालसाज को धूमनगंज की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
प्रयागराज, जेएनएन। धूमनगंज थानाध्यक्ष, सीओ सिविल लाइंस और एसपी के नाम पर सात लाख रुपये की ठगी करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। खुद को चायल विधायक का प्रतिनिधि बताने वाले जालसाज ने एक दंपती को गिरफ्तारी से बचाने व मुकदमे से नाम निकलवाने के नाम पर उसकी बेटी से रकम ऐंठी थी। सच्चाई का पता चलने पर धूमनगंज पुलिस ने टीपी नगर निवासी आशीष उर्फ प्रभू मिश्रा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। पुराने मुकदमे में भूपति भवन शुक्ला को भी पकड़ा गया है।
आरोपित ने खुद को चायल विधायक का प्रतिनिधि बताया था
पिछले माह एक अगस्त को मकान के विवाद में तेजाब फेंकने की घटना हुई थी, जिसमें कई लोग झुलस गए थे। उस मामले में बेनीगंज निवासी अनुज प्रताप सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मुकदमे में गयासुद्दीनपुर निवासी भूपति भवन शुक्ला उसकी पत्नी, बेटी रूबी आरोपित थे। रूबी शुक्ला का आरोप है कि मुकदमा दर्ज होने के बाद वह काफी परेशान थी। इसी दौरान उसकी मुलाकात आशीष उर्फ प्रभू मिश्रा से हुई, जिसने खुद को चायल विधायक संजय गुप्ता का प्रतिनिधि बताया। उसने आश्वासन दिया कि सारा काम करवा देगा।
इंस्पेक्टर और सीओ के नाम पर लिए रुपये
आरोपित ने दो अगस्त को इंस्पेक्टर धूमनगंज के नाम पर रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए 60 हजार रुपये लिया। फिर माता-माता की गिरफ्तारी न होने के नाम पर इंस्पेक्टर को देने के लिए एक लाख रुपये लिया। 17 अगस्त को सीओ सिविल लाइंस के नाम पर तीन लाख और फिर 24 अगस्त को एसपी के नाम पर ढाई लाख रुपये लिया।
रूबी ने गहने गिरवी रखकर सात लाख 10 हजार रुपये दिए
रूबी का कहना है कि उसने गहने गिरवी रखकर कुल सात लाख 10 हजार रुपये आशीष को दिए थे। धोखाधड़ी का पता चलने पर उसने सीओ सिविल लाइंस से शिकायत की, जिनके आदेश पर मुकदमा लिखा गया। सीओ वृजनारायण सिंह का कहना है कि पीडि़ता के माता-पिता एससीएसटी एक्ट के मुकदमे में आरोपित थे, जिन्हें लाभ पहुंचाने के मकसद से धोखाधड़ी की गई है। इंस्पेक्टर विजय कुमार का कहना है कि आशीष मिश्रा व भूपति भवन शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया गया है।
बोले चायल के विधायक
उधर, विधायक संजय गुप्ता का कहना है कि वह चायल के विधायक हैं और उनके प्रतिनिधि, कार्यकर्ता विधानसभा क्षेत्र से ही होंगे। आशीष मिश्रा नाम का कोई भी व्यक्ति हमारा प्रतिनिधि नहीं है। पुलिस को उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।