Akshayavat of Prayagraj : तीन माह के लंबे अंतराल के बाद भक्तों को कल से सुलभ होगा दर्शन
कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते अन्य धार्मिक स्थलों के साथ किला स्थित अक्षयवट को भी बंद कर दिया गया था। अक्षयवट का दर्शन 22 मार्च से लोगों को नहीं हो पा रहा था।
प्रयागराज, जेएनएन। लाॅकडाउन में बंद अक्षयवट के दर्शन का करीब तीन माह के बाद भक्तों को दर्शन सुलभ हो सकेगा। संगम के पास स्थित ऐतिहासिक किले के अंदर स्थित अक्षयवट का द्वार शनिवार से खुलेगा। दर्शन के लिए व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं। मुख्य गेट पर ही श्रद्धालुओं की थर्मल स्क्रीनिंग होगी।
प्रयागराज मेला प्राधिकरण की बैठक में लिया गया निर्णय
कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते अन्य धार्मिक स्थलों के साथ किला स्थित अक्षयवट को भी बंद कर दिया गया था। अक्षयवट का दर्शन 22 मार्च से लोगों को नहीं हो पा रहा था। इस संबंध में प्रयागराज मेला प्राधिकरण बोर्ड की हुई बैठक में निर्णय लिया गया। मंडलायुक्त आर. रमेश कुमार की अध्यक्षता में हुई आठवीं बैठक में अक्षयवट के द्वार को खोलने पर सहमति बनी।
विभिन्न योजनाओं की प्रगति पर भी विमर्श हुआ
प्रयागराज मेला प्राधिकरण की बैठक में 13 मार्च को हुई सातवीं बोर्ड बैठक में लिए गए निर्णयों के अनुपालन आख्या की समीक्षा की गई। वर्तमान वित्तीय वर्ष में मेला प्राधिकरण के विभिन्न कार्यों के लिए बजट प्रावधान, आय और व्यय, जल पुलिस के लिए उपलब्ध जल सुरक्षा संसाधनों, उपकरणों के रखरखाव तथा स्वच्छ कुंभ कोष के अंतर्गत विभिन्न योजनाओं की प्रगति पर भी विचार हुआ।
श्रद्धालुओं से कोविड 19 संबंधी नियमों का अनुपालन सुनिश्चित कराने पर जोर
सेना के अधिकारियों से मेले के आयोजन के लिए लंबी अवधि तक रक्षा विभाग की भूमि के हस्तांतरण पर चर्चा हुई। साथ ही संगम आने वाले श्रद्धालुओं के दृष्टिगत कोविड 19 संबंधी सभी नियमों का अनुपालन सुनिश्चित कराने पर विमर्श किया गया। साल भर मेला क्षेत्र में सर्विलांस बढ़ाने के उद्देश्य से कैमरे लगाने पर भी चर्चा हुई।
मेले की महत्ता के बारे में चर्चा करते हुए मंडलायुक्त ने कहा कि मेले में विभिन्न विभाग मिलकर काम करते हैं, अतः किसी तरह की संवादहीनता विभागों के बीच नहीं होनी चाहिए। सभी विभाग समन्वय बनाकर काम करें। मेला प्राधिकरण के प्रभारी अधिकारी रजनीश मिश्रा ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
बैठक में ये विशिष्टजन मौजूद रहे
बोर्ड की बैठक में पुलिस महानरीक्षक केपी सिंह, जिलाधिकारी भानुचंद्र गोस्वामी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक दीक्षित, नगर आयुक्त रवि रंजन, एडीएम सिटी अशोक कनौजिया, सचिव प्रयागराज विकास प्राधिकरण दयानंद प्रसाद, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट करछना आकांक्षा राणा, सेना के वरिष्ठ अधिकारी तथा अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे।