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हनुमान जन्मोत्सव : घरों में आस्था के साथ पूजन-अर्चन और भजन-कीर्तन में जुटे भक्‍त Prayagraj News

हनुमान जन्‍मोत्‍सव पर घरों में ही भक्‍त पूजन और अर्चन कर रहे हैं। लॉकडाउन के कारण मंदिर बंद हैं। ऐसे में मंदिरों में वहां के पुजारी आरती पूजन कर श्रीहनुमान का श्रृंगार किया गया।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Wed, 08 Apr 2020 11:42 AM (IST)Updated: Wed, 08 Apr 2020 11:42 AM (IST)
हनुमान जन्मोत्सव : घरों में आस्था के साथ पूजन-अर्चन और भजन-कीर्तन में जुटे भक्‍त Prayagraj News
हनुमान जन्मोत्सव : घरों में आस्था के साथ पूजन-अर्चन और भजन-कीर्तन में जुटे भक्‍त Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। श्रीहनुमान का जन्मोत्सव आज उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। बाहर कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन है, ऐसे में बजरंग बली की घरों में ही भक्त आराधना कर रहे हैं। पूजन-अर्चन के साथ ही भजन-कीर्तन की भी धूम है।

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हनुमान जयंती के बारे में अलग-अलग मान्यताएं

हनुमान जयंती के बारे में अलग-अलग मान्यताएं हैं। शास्त्रों के अनुसार हनुमान जयंती दीपावली के ठीक एक दिन पहले यानी नरक चतुर्दशी के दिन होती है। वहीं तमाम लोग जैन धर्म की महाबीर जयंती को ही हनुमान जयंती मानते हैं, जो चैत्र शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को होती है। इसी के अनुसार आज यानी बुधवार को हनुमान जयंती मनाई जा रही है।

सादगी से मनाया जा रहा है हनुमान जन्‍मोत्‍सव

मंदिरों में इस बार सादगी से श्रीहनुमान की आरती, पूजन और श्रृंगार किया गया। बंधवा स्थित बड़े हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी स्वामी डॉ आनंद गिरि ने बताया कि मंदिर दर्शनार्थियों के लिए बंद है। भीतर परिसर में श्रीहनुमान का जन्मोत्सव मनाया गया। इसी प्रकार सिविल लाइन स्थित हनुमत निकेतन, रामबाग हनुमान मंदिर, इलाहाबाद हाईकोर्ट चौराहा पर स्थित हनुमान मंदिर में भी जयंती पर आरती, पूजन व श्रृंगार हो रहा है। उधर घरों में श्रीहनुमान का पूजन करने के लिए लोगों ने मंगलवार को ही तैयारी कर ली थी। हनुमान जी के जन्म की मान्यता के अनुसार सुबह-सुबह पूजन होता है, वहीं शाम को भी घर के मंदिरों में आरती की जाएगी।

सादगी से मनाया हाटकेश्वर नाथ मंदिर का 125वां स्थापना दिवस

जीरो रोड स्थित प्राचीन हाटकेश्वर नाथ  मंदिर का 125वां स्थापना दिवस मनाया गया। भगवान शिव जी के रूप हाटकेश्वर नाथ गुजराती ब्राह्मणों के इष्ट देव हैं। इस समाज के लोगों ने हाटकेश्वर नाथ को घरों में रहते ही याद किया, जबकि मंदिर परिसर में स्थापना दिवस सादगी से मनाया गया। मंदिर ट्रस्ट के धीरज नागर और नित्यानंद ने बताया कि कोरोना वायरस की महामारी के कारण 125वां स्थापना दिवस महोत्सव के रूप में नहीं मनाया गया। मंदिर में इस अवसर पर होने वाले सभी धाॢमक आयोजन पहले ही निरस्त कर दिए गए थे। इसलिए घरों में ही लोगों ने अपने इष्ट देव का पूजन किया। प्रमोद नागर, विकास नागर, आशीष नागर, ज्योति मेहता व समाज के अन्य लोगों के अनुसार हाटकेश्वर नाथ जी की पूजा घरों में की गई।


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