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इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की कुलपति को देवी पुरस्कार, पहली महिला वीसी प्रो. संगीता की जानिए उपलब्धि

कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव को 2022 के देवी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार उनको गतिशीलता नवाचार और इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पहली महिला कुलपति के रूप में उनकी विशिष्टता और उपलब्धि के लिए पुरस्कार दिया गया है।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Sat, 02 Jul 2022 06:55 AM (IST)Updated: Sat, 02 Jul 2022 06:55 AM (IST)
कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव को 2022 के देवी पुरस्कार से सम्मानित किया गया

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव को 2022 के देवी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार उनको गतिशीलता, नवाचार और इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पहली महिला कुलपति के रूप में उनकी विशिष्टता और उपलब्धि के लिए पुरस्कार दिया गया है।

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संडे स्टैंडर्ड देवी पुरस्कार उन महिलाओं को पहचानने और सम्मानित करने के लिए स्थापित किए गए हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों में अपने असाधारण काम के माध्यम से अपने आसपास के लोगों के जीवन को बदलने में मदद कर रही हैं। यह पुरस्कार दिसंबर 2014 में नई दिल्ली में शुरू किया गया था। तब से देश भर से विशिष्ट उपलब्धि हासिल करने वाली महिला को दिया जाता है।

इवि के छात्र महेश प्रताप सिंह बने असिस्टेंट प्रोफेसर

प्रयागराज: इलाहाबाद विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग के छात्र महेश प्रताप सिंह ने अपने काबिलियत का डंका पूरे उत्तर प्रदेश में बजाया। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित राजकीय महाविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर अर्थशास्त्र विभाग में सामान्य श्रेणी में एक मात्र पद पर चयनित होकर अपना स्थान बनाया। इस उपलब्धि से इसे इवि ही नहीं डा. ताराचंद्र छात्रावास को भी गौरवान्वित किया है।


सुष्मिता कानूनगो जेटी गोल्डन जुबली कालेज की प्रधानाचार्य

प्रयागराज : जगत तारन गोल्डन जुबली इंटरमीडिएट कालेज की प्रधानाचार्य का दायित्व सुष्मिता कानूनगो ने शुक्रवार को संभाल लिया। इससे पहले वह महर्षि पतंजलि विद्या मंदिर की प्रधानाचार्य का दायित्व निभा रही थीं। उधर महर्षि पतंजलि विद्या मंदिर का अतिरिक्त प्रभार गंगा गुरुकुलम की प्रधानाचार्य अल्पना डे को दिया गया है।सुष्मिता कानूनगो की शिक्षा इसीसी और इलाहाबाद विश्वविद्यालय से हुई है। उन्होंने 1995 में एमपीवीएम में शिक्षण कार्य शुरु किया था। गंगा गुरुकुलम में वर्ष 2003 से वर्ष 2005 तक प्रधानाचार्य रहीं। 2005 से 2009 तक काशी में दिल्ली पब्लिक स्कूल में प्रधानाचार्य और 2009 से जून 2022 तक महर्षि पतंजलि विद्या मंदिर तेलियरगंज का दायित्स संभाला।


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