बेसहारा मवेशी सबके लिए बने हैं मुसीबत, खेतोंं में फसल चौपट कर रहे तो यातायात भी कर रहे हैं बाधित
बेसहारा मवेशी लगातार मुश्किल पैदा कर रहे हैं। उनकी वजह से ही सैकड़ों बीघा में खेती तक बंद कर दी गई है क्योंकि फसल लगाने पर किसानों को नुकसान झेलना पड़ रहा है। इसके साथ ही बेसहारा मवेशियों के सड़क पर भटकने की वजह से अक्सर दुर्घटनाएं हो रही हैं
प्रयागराज, जेएनएन। बेसहारा मवेशी लगातार मुश्किल पैदा कर रहे हैं। प्रयागराज हो या कौशांबी और प्रतापगढ़, वे खेतों में फसल चौपट कर दे रहे हैंं। उनकी वजह से ही सैकड़ों बीघा में खेती तक बंद कर दी गई है क्योंकि फसल लगाने पर किसानों को नुकसान ही झेलना पड़ रहा है। इसके साथ ही बेसहारा मवेशियों के सड़क पर भटकने की वजह से अक्सर दुर्घटनाएं हो रही हैं, लोग घायल हो रहे हैं और जान भी गंवा रहे हैं। यातायात भी बाधित होता है। प्रशासनिक उदासीनता की वजह से इन बेसहारा पशुओं को गो आश्रय स्थल में नहीं पहुंचाया जा रहा है।
किसानों के लिए नुकसानदेह साबित हो रहे निराश्रित पशु
प्रयागराज, कौशांबी या प्रतापगढ़, इन तीनों जिलों में सैकड़ोंं की संख्या में बेसहारा मवेशी कई तरह की समस्या पैदा कर रहे हैं। प्रयागराज के ग्रामीण बतातेे हैं कि बेसहारा पशु और नील गायों द्वारा फसल तबाह करने की वजह से खेती करना दूभर हो गया है। कई तरह की फसल तो अब उगानी ही बंद कर दी गई है। यमुनापार में बहुत से किसानों ने आलू और मटर की खेती बंद कर दी तो उसके पीछे वजह ये बेसहारा गाय और बैल हैं। इसी तरह कौशांबी में भी तमाम ऐसे किसान मिले जो बेसहारा पशुओं की वजह से खेती नहीं कर रहे हैं। कौशांबी के तराई इलाके में तो सैकड़ों बीघा खेत परती पड़े हैं क्योंकि किसान इतना परेशान हो गए कि खेती नहींं कर रहे हैं।
आवागमन में भी बाधा, अक्सर हो रहे हादसे
बेसहारा पशु सुरक्षित यातायात में भी बाधा बन रहे हैं। सड़कों पर अचानक इन पशुओं के आने पर गाड़ी टकरा जाती है जिससे लोग घायल होते हैं और मौत भी हो जाती है। पिछल दिनों मांंडा मेेंं पीएसी के दरोगा की मौत एक गाय से टक्कर होने की वजह से हो गई थी। थरवई में भी शादी समारोह से लौट रहे युवक की बेसहारा पशु से टक्कर होने की वजह से जा चली गई थी। मंगलवार को करछना के कटका में भी पुल पर बेसहारा मवेशियों की वजह से यातायात बाधित हो गया था। बेसहारा पशुओं को आश्रय स्थल भेजने में लापरवाही की जा रही है।