प्रयागराज में डेंगू ने इस सीजन में वर्ष 2019 का भी रिकार्ड तोड़ दिया, आंकड़ों में जानें मरीजों की संख्या
Dengue Cases in Prayagraj दिसंबर का महीना लगभग आधा बीत रहा है। सुबह और शाम को कड़ाके की ठंड पड़नी शुरू हो गई है। दोपहर में भी तापमान काफी कम हो रहा है। इसके बाद भी डेंगू मच्छरों की सक्रियता थोड़ी बहुत जारी है। अभी भी डेंगू संक्रमित मिल रहे।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज में डेंगू मच्छरों के डंक ने इस वर्ष रिकार्ड तोड़ पारी खेली है। इस पूरे सीजन में अब तक 1134 लोगों को डेंगू ने प्रभावित किया। दो वर्ष पहले 2019 में सर्वाधिक 1121 लोगों को डेंगू का डंक लगा था। 2019 का रिकार्ड टूटने में एक तथ्य यह भी है कि लोगों को कोविड-19 ने बीमारियों से बचाव के प्रति स्वयं को सुरक्षित रखने का जो पाठ पढ़ाया था, महामारी के निम्न स्तर पर आते ही लोग उस पाठ को भूल गए।
ठंड बढ़ी फिर भी डेंगू के सक्रिय हैं मच्छर
दिसंबर का महीना लगभग आधा बीत रहा है। सुबह और शाम को कड़ाके की ठंड पड़नी शुरू हो गई है। दोपहर में भी तापमान काफी कम हो रहा है। इसके बाद भी डेंगू मच्छरों की सक्रियता थोड़ी बहुत जारी है। अभी रोज दो या तीन लोग डेंगू से संक्रमित मिल रहे हैं।
प्रयागराज में अब तक 2234 डेंगू के मरीज मिले
जिले में अब तक 1134 लोग डेंगू से प्रभावित हो चुके हैं। इसके बाद भी लोगों को डेंगू का डंक लग रहा है। जाहिर है कि डेंगू से बचाव के प्रति लोग अभी सजग नहीं है। गनीमत है कि ठंड आ गई वरना बीमारी के प्रभाव की स्थिति अभी कुछ और ही होती।
2019 का रिकार्ड टूटने से नहीं बचा सके : जिला मलेरिया अधिकारी
जिला मलेरिया अधिकारी आनंद कुमार सिंह कहते हैं कि विभाग ने जरूरत से अधिक प्रयास किया, जिसकी वजह से डेंगू ज्यादा नहीं फैल पाया। हां इतना जरूर है कि 2019 के रिकार्ड को टूटने से बचा नहीं सके। उन्होंने यह भी कहा कि कोविड-19 ने सभी को यह पाठ पढ़ाया था कि बीमारी से बचाव के लिये स्वयं ही सजग रहना होगा। लोगों ने ऐसा किया भी इसकी वजह से कोविड-19 का असर ज्यादा नहीं हो पाया।
कोविड में सीखा हुआ पाठ सभी को याद रखना होगा : डाक्टर मनोज
स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय के वरिष्ठ फिजीशियन डाक्टर मनोज माथुर कहते हैं कि कोविड-19 में लोगों ने रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, हथेली को साफ रखने, खानपान में स्वच्छता रखने, अपने घरों की सफाई रखने और एक दूसरे से दो गज की दूरी बनाए रहने के तरीके अपनाकर कोविड से जंग जीत ली थी। वही तरीका अपने जीवन में हमेशा के लिए अपना लें तो किसी भी बीमारी पर काफी हद तक रोक लगाई जा सकती है। कहा कि लोगों को कोविड-19 में सीखा हुआ यह पाठ याद रखना याद रखना होगा। भविष्य में देखेंगे की इसका बड़ा लाभ मिल सकता है।