यमुनापार में गहराया जल संकट, बिगड़े हालात
मई माह की चिलचिलाती धूप में यमुनापार के शंकरगढ़ और कोरांव क्षेत्र में जल संकट के चलते लोगों को मशक्कत के बाद पीने का पानी नसीब हो पाता है। सीडीओ ने शनिवार को कई गांवों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने जलापूर्ति का निर्देश दिया।
जासं, इलाहाबाद : भीषण गर्मी में यमुनापार के शंकरगढ़ और कोरांव क्षेत्र में जबरदस्त जल संकट उत्पन्न हो गया है। जलस्तर लगभग चार सौ फीट नीचे चले जाने से 99 फीसद हैंडपंप सूख गए हैं, जिससे लोगों को बूंद-बूंद पानी को तरसना पड़ रहा है। यही नहीं नलकूप भी नहीं चल रहे हैं। दिनोंदिन हालात बिगड़ते ही जा रहे हैं। शनिवार को शंकरगढ़ और कोरांव नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी विजय यादव ने डीएम सुहास एलवाई को हालात से अवगत कराया। इस पर डीएम ने फौरन दो नए नलकूप लगाने की स्वीकृति दे दी। डीएम ने टैंकरों से जलापूर्ति कराने के भी निर्देश दिए हैं।
डीएम के निर्देश पर सीडीओ सैमुअल पॉल एन.ने शंकरगढ़ के गांवों का दौरा कर जल संकट की स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान सीडीओ ने सुंदरपुर, डेरी बारी व बवंदर में तालाबों की खोदाई के काम का भी निरीक्षण किया। लापरवाही में एक ग्राम पंचायत अधिकारी का स्थायी रूप से वेतन वृद्धि को रोक दिया।
शंकरगढ़ नगर पंचायत में 126 हैंडपंपों में 121 पूरी तरह से खराब हो चुके हैं। पांच हैंडपंप पानी दे रहे हैं मगर वह पीने योग्य नहीं है। इसी तरह कस्बे में पांच नलकूप लगे हैं जिनमें तीन से पानी नहीं निकल पा रहा है। दो नलकूप चल रहे हैं मगर जलस्तर खिसकने के कारण इनमें भी पूरी क्षमता से पानी नहीं निकल पा रहा है। इसके अलावा नगर पंचायत में 22 स्थानों पर समर्सिबल पंप लगे हैं जो पानी छोड़ रहे हैं। कई के मोटर भी जल चुके हैं।
इसके अलावा शंकरगढ़ के पठारी क्षेत्र हिनौती पांडेय, गाढ़ा कटरा, घोंद, लखनपुर, बदावा, तालापार, रानीगंज, गढ़वा, शिवराजपुर, बेनीपुर, कपारी, मिश्रा का पुरवा, लोहगरा, जनवा, बिहरिया, अभयपुर, आमगोदा, लेदर, गुलरहाई आदि गांवों में हैंडपंप पानी नहीं दे रहे हैं। डीएम ने बीडीओ को पेयजल की दिक्कत दूर कराने के निर्देश दिए। इसी तरह कोरांव के कई गांवों में भीषण पेयजल संकट उत्पन्न हो गया है। बड़ोखर के आसपास के गांवों में हैंडपंप और कुएं सूख गए हैं।