होली पर दंपती की करेंट से मौत से छाया मातम, Pratapgarh की घटना में घरवालों में भारी गुस्सा, लेखपाल को किया गया निलंबित
खेत में घुसते ही राम लखन करंट की चपेट में आ गया। उसकी चीख सुनकर खेत के बाहर खड़ी उसकी पत्नी बचाने के लिए दौड़ी। हालांकि पास राम लखन के पास पहुंची तो वह भी करंट की चपेट में आ गई।
प्रयागराज, जेएनएन। पड़ोसी जनपद प्रतापगढ़ में होली पर सुबह सुबह एक अनहोनी होने से मातम छा गया। टूटकर गिरे तार की चपेट में आने से पति-पत्नी की जान चली गई। वे दोनों खेत में सिंचाई करने गए थे तभी तार की चपेट में आ गए। दोनों की मौत की खबर से गांव मं माहौल गमगीन हो गया। शाम को पोस्टमार्टम के बाद दोनों के शव गांव लाए गए तो बिजली विभाग की लापरवाही से नाराज परिवार के लोगों ने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। मौके पर पहुंचे विधायक आरके वर्मा के हस्तक्षेप के बाद लापरवाही बरतने पर क्षेत्रीय लेखपाल को निलंबित कर दिया गया। साथ ही दंपती के बच्चों को दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता का चेक भी प्रदान किया गया।
होली की सुबह घटना से गांव में कोहराम
लालगंज कोतवाली के हंडोर (पूरे पिपरहन) गांव निवासी राम लखन वर्मा (40) पुत्र सत्य नारायण वर्मा सब्जी व्यापारी था। वह अपनी पत्नी गायत्री देवी (38) के साथ सोमवार की भोर में करीब 4:30 बजे गेहूं के खेत की सिंचाई करने गए थे। वहां खेत मे टूटकर हाईटेंशन तार गिरा था। उसमें करंट दौड़ रहा था। खेत में घुसते ही राम लखन करंट की चपेट में आ गया। उसकी चीख सुनकर खेत के बाहर खड़ी उसकी पत्नी बचाने के लिए दौड़ी। हालांकि पास राम लखन के पास पहुंची तो वह भी करंट की चपेट में आ गई।
लेखपाल पर कार्रवाई और आर्थिक सहायता मिलने पर शांत हुए स्वजन
उधर काफी देर बाद भी जब राम लखन और उसकी पत्नी गायत्री देवी घर नहीं लौटे तो परिवार के लोग भी चिंतित हो गए। वे खेत में पहुंचे तो वहां टूटा बिजली का तार टूटा देखा। तार के समीप ही दंपती को अचेत पड़ा देखा तो वे स्तब्ध रह गए। ग्रामीणों की भीड़ भी जुट गई। तत्काल राम लखन और गायत्री देवी को जिला अस्पताल ले जाया गया। वहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। होली के दिन एक घर में दो मौत से परिवार के लोग गमगीन हैं। मौके पर सीओ जगमोहन व कोतवाल रणजीत सिंह भदोरिया मौके पर पहुंचे। पोस्टमार्टम के बाद शाम करीब चार बजे शव गांव लाया गया तो परिवार के लोगों ने कहा कि इस घटना के लिए बिजली विभाग जिम्मेदार है जिसने जर्जर तार को बदला नहींं और इस वजह से यह अनहोनी हो गई। इस बीच विधायक डॉ. आरके वर्मा भी वहां पहुंच गए। उन्होंने घरवालों से बात की और एसडीएम को वहां बुलाया। एसडीएम ने लापरवाही की वजह से लेखपाल को निलंबित करने की जानकारी दी। फिर परिवार के लोगों के लिए दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता मंजूर की। विधायक ने दो लाख रुपये का चेक दंपती के बच्चों को सौंप दिया। इसके बाद परिवार के लोग अंतिम संस्कार के लिए राजी हो गए।