एसआरएन अस्पताल में कोरोना संदिग्ध मरीज की मौत से खलबली, पोस्टमार्टम से इन्कार Prayagraj News
अस्पताल प्रशासन ने मरीज के शव को उसके परिजनों से पोस्टमार्टम हाउस भिजवाया। कोरोना का संदिग्ध मरीज मानकर पोस्टमार्टम कर्मियों ने शव छूने से भी मना कर दिया।
प्रयागराज,जेएनएन। स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल (एसआरएन) में बुधवार को भर्ती कराए गए एक कोरोना संदिग्ध की मौत से घंटों खलबली मची रही। देर रात तक उसकी रिपोर्ट का इंतजार होता रहा और इसके अभाव में पोस्टमार्टम नहीं हो सका। इस मरीज का इलाज करने वाले आठ डॉक्टर और नर्सों को अस्पताल में ही एहतियातन आइसोलेट कर दिया गया है।
अस्थमा की थी बीमारी, कोरोना वार्ड में था भर्ती
प्रतापगढ़ के कोतवाली के एक गांव निवासी 42 वर्षीय व्यक्ति को बुधवार दोपहर में मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज के स्वरूपरानी नेहरू (एसआरएन) अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया था। उसे अस्थमा की शिकयत थी और ब्लड प्रेशर भी लो था। हालत गंभीर थी। डॉक्टरों ने उसे कोरोना संदिग्ध मरीजों के लिए बनाए गए वार्ड में भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया। उसका सैंपल जांच के लिए मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबॉयोलाजी लैब में भेजा गया। रिपोर्ट आती इससे पहले ही मरीज की मौत हो गई।
पोस्टमार्टम कर्मियों ने शव को छूने से किया इंकार
अस्पताल प्रशासन ने मरीज के शव को उसके परिजनों से पोस्टमार्टम हाउस भिजवाया। कोरोना का संदिग्ध मरीज मानकर पोस्टमार्टम कर्मियों ने शव छूने से भी मना कर दिया। उसे सैनिटाइज कर अस्पताल के ही एक वार्ड में सुरक्षित रखवाया गया। इधर इलाज करने वाले डॉक्टरों और कर्मचारियों में खलबली मच गई। कुछ ही देर में प्राचार्य डॉ. एसपी सिंह समेत अन्य अधिकारी भी पहुंच गए। आपसी मंत्रणा के बाद मरीज का इलाज करने वाले डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ को आइसोलेट कर दिया गया। मृतक के परिवार के तीन सदस्यों को भी आइसोलेट किया गया है और उनका सैंपल जांच के लिए भेजा गया है।
देररात तक रिपोर्ट का इंतजार करते रहे एसआरएन के प्रशासनिक अफसर
कोरोना वायरस नियंत्रण के लिए नोडल अधिकारी बनाए गए डॉ. ऋषि सहाय ने बताया कि रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि वस्तुस्थिति क्या है। रिपोर्ट के इंतजार में देर रात तक अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ. एके श्रीवास्तव, नोडल अधिकारी डॉ. सुजीत कुमार वर्मा, गौतम त्रिपाठी, डॉ. एसबी यादव, समेत अन्य डॉक्टर मौके पर मौजूद रहे। प्राचार्य डॉ. एसपी सिंह का कहना है कि मरीज को अस्थमा की शिकायत थी और किडनी में भी कुछ इंफेक्शन था। वह दो दिन से लघुशंका भी नहीं कर पा रहा था। उसका शव सुरक्षित किट में रखवा दिया गया है। यदि रिपोर्ट निगेटिव आती है तो शव को उसके घर तक भिजवाया जाएगा।