डेड बॉडी पार्सल शंकरगढ़ स्टेशन पर उतारना था, लापरवाही से पहुंच गया पटना Prayagraj News
उसके भाई ने मुंबई में आत्महत्या कर ली थी। बांबे जनता में डेड बॉडी पार्सल कर वह खुद ट्रेन की जनरल बोगी से शंकरगढ़ उतरा लेकिन शव पार्सल यहां नहीं उतारा गया पटना पहुंच गया।
प्रयागराज, जेएनएन। रेलवे कर्मचारी की लापरवाही से एक गमगीन परिवार को और मुसीबत झेलनी पड़ रही है। जी हां, मुंबई-पटना जनता एक्सप्रेस से भिजवाया गया शव (डेड बॉडी पार्सल) शंकरगढ़ स्टेशन पर उतारे जाने के बजाय पटना रेलवे स्टेशन पर पहुंच गया। मृतक के स्वजन पार्सल नहीं मिलने से परेशान हो गए। शंकरगढ़ में स्टेशन मास्टर से शिकायत पर छानबीन हुई तो पता चला कि डेड बाडी पार्सल पटना पहुंच चुका है। अब वहां से उसे भेजा गया है, जिसके शुक्रवार को शंकरगढ़ स्टेशन पर लाए जाने की उम्मीद है।
खीरी के इटवाकला के बृजेश ने मांझी मुंबई में कर ली थी आत्महत्या
प्रयागराज के खीरी थाना अंतर्गत इटवाकला गांव निवासी बृजेश कुमार (25) पुत्र शेषमणि मांझी मुंबई में किसी प्राइवेट कंपनी में काम करता था। किसी बात को लेकर उसने मिट्टी का तेल डालकर खुद को आग लगा ली, जिससे उसकी मौत हो गई। बृजेश के भाई अशोक कुमार ने पोस्टमार्टम के बाद 24 दिसंबर को मुंबई-पटना जनता एक्सप्रेस में शव को ताबूत में रखकर पार्सल कर दिया। अशोक खुद जनरल टिकट लेकर ट्रेन में बैठ गया। 25 दिसंबर की रात लगभग साढ़े 10 बजे जब ट्रेन शंकरगढ़ रेलवे स्टेशन पहुंची तो अशोक ट्रेन से उतर गया, मगर पार्सल नहीं उतारा गया। मृतक के भाई ने स्टेशन मास्टर से इसकी शिकायत की पर कुछ नहीं हुआ। अगले दिन स्वजन फिर स्टेशन आए। अपनी पीड़ा बयां की।
एनसीआर के पीआरओ ने कहा कि लापरवाही की जांच होगी
उधर ट्रेन जब पटना पहुंची तो वहां के स्टेशन मास्टर ने फोन किया कि आप स्टेशन पर आकर शव ले जाएं। बृजेश के भाई ने डेड बॉडी पार्सल शंकरगढ़ भिजवाने की याचना की। इसके बाद पार्सल फिर जनता एक्सप्रेस से भिजवाया गया। उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अजीत कुमार सिंह का कहना है कि जनता एक्सप्रेस से डेड बॉडी पार्सल भेजे जाने की सूचना शंकरगढ़ स्टेशन पर नहीं आई थी। लापरवाही किस स्तर पर हुई है, इसकी जांच कराई जाएगी।