वायुसेना नाराज, नहीं बनेगा बेगम बाजार में रेलवे ओवरब्रिज
करोड़ों की लागत से तैयार किया जा रहा बेगम बाजार रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) अब नहीं बन सकेगा। कहने के बावजूद काम न रोके जाने से नाराज वायुसेना ने साफ कर दिया कि इस आरओबी का निर्माण राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने जैसा है। आरओबी के निर्माण में वायुसेना के रोक लगाने से रेलवे अफसरों में खलबली है।
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : करोड़ों की लागत से तैयार किया जा रहा बेगम बाजार रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) अब नहीं बन सकेगा। कहने के बावजूद काम न रोके जाने से नाराज वायुसेना ने साफ कर दिया कि इस आरओबी का निर्माण राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने जैसा है। आरओबी के निर्माण में वायुसेना के रोक लगाने से रेलवे अफसरों में खलबली है।
बेगम बाजार में निर्माणधीन आरओबी को लेकर वायुसेना ने शनिवार को जारी प्रेस विज्ञप्ति जारी की। जिसमें आरओबी को राष्ट्रीय सुरक्षा और विमान यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बताया। क्योंकि हवाई अड्डे की उपयोगी लंबाई कम हो जाएगी। ऐसे में अधिकाश लड़ाकू विमान इस हवाई अड्डे का उपयोग नहीं कर सकेंगे। क्योंकि यह आरओबी विमान उड़ान मार्ग पर बन रहा है जो बमरौली हवाई अड्डे से मात्र 500 मीटर की दूरी पर है।
इस आरओबी के निर्माण से पहले वायु सेना से न तो एनओसी ली गई। न ही आपत्ति करने पर काम रोका गया। जबकि सेतु निगम तथा सिविल प्रशासन को कई बार दी जा चुकी है। इसके बावजूद निर्माण कार्य जारी रखा गया तथा अब स्थिति यह आ गई है कि इस पुल के कारण हवाई पट्टी की उपयोगिता बुरी तरह से प्रभावित हो रही है। इससे इलाहाबाद में उड़ान सुरक्षा को भी खतरा उत्पन्न हो गया है। नागरिकों तथा उड्डयन की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु भारतीय वायु सेना ने एक बार पुन: उत्तर प्रदेश सेतु कॉरपोरेशन लिमिटेड, भारतीय रेल तथा सिविल प्रशासन से इस पुल के निर्माण का कार्य तुरंत रोकने के लिए संपर्क किया है।
क्या कहता है अधिनियम
भारत के गज़ट (जीएसआर 751) तथा भारतीय विमान अधीनियम 1934 के अनुसार, आवश्यक उड्डयन सुरक्षा सुनिश्चत करने हेतु हवाई अड्डे के आसपास कोई भी कार्य शुरू करने से पूर्व वायु सेना/भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण से एनओसी जरूरी होती है।