प्रयागराज, जागरण संवाददाता। साइबर ठग हाईटेक हो गए हैं। साइबर अपराधी ठगी के लिए तमाम हथकंडे अपनाते हैं। इनके चंगुल में फंसकर लोगों के बैंक अकाउंट भी खाली हो जाते हैं। वाट्सएप पर फोटो तो आपके परिचित की लगाते हैं। इसके बाद मजबूरी का हवाला देकर आपसे रुपये मांगते हैं। आप सोचते हैं कि जानने वाले को रुपये की जरूरत है तो फौरन आनलाइन ट्रांसफर कर देते हैं। रुपये आनलाइन ट्रांसफर करने से पहले तनिक रुकें, क्योंकि हो सकता है ये किसी शातिर की चाल हो, जो आपसे ठगी करना चाहता है। इनक चंगुल में न फंसें इसलिए सावधान रहने की जरूरत है।
एमएनएनआइटी के डायरेक्टर के नाम पर दाे प्रोफेसर से ठगी : मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान एमएनएनआइटी इलाहाबाद के डायरेक्टर रमाशंकर वर्मा के नाम पर साइबर अपराधियों ने दो प्रोफेसर को ठग लिया। सच्चाई का पता चलने पर प्रोफेसर राजनदेव गुप्ता व वीएस त्रिपाठी ने शिवकुटी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
कैसे ठगी का शिकार हुए प्रोफेसर : एमएनएनआइटी में सिविल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के प्रोफेसर राजनदेव गुप्ता ने पुलिस को बताया कि उनके पास वाट्सएप पर दूसरे नंबर से एक संदेश आया। दूसरे नंबर पर संचालित वाट्सएप पर डायरेक्टर रमाशंकर की तस्वीर लगी हुई थी। संदेश में कहा गया कि उनके एक परिचित को कुछ परेशानी है। इसके लिए उन्हें 40 हजार रुपये चाहिए। तब राजनदेव ने बताए गए एकाउंट में दो बार में 40 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। फिर उनसे 50 हजार की मांग की गई तो संदेह हुआ। डायरेक्टर से वार्ता करने पर साइबर क्राइम का पता चला। इसी तरह ईसीईडी डिपार्टमेंट के प्रोफेसर वीएस त्रिपाठी को भी डायरेक्टर की फोटो लगी वाट्सएप से संदेश भेजकर 40 हजार रुपये की ठगी की गई। इस संबंध में प्रयागराज शहर के शिवकुटी थानाध्यक्ष का कहना है कि साइबर सेल की मदद से जांच की जा रही है।
एप डाउनलोड करवाया फिर उड़ाई रकम : मोबाइल एप डाउनलोड करने के बाद साइबर अपराधी ने प्रयागराज में अल्लापुर निवासी संजू पटेल के खाते से कई बार में 55 हजार रुपये उड़ा दिए। संजू ने पुलिस को बताया कि एक 170 रुपये वापस कराने के चक्कर में एनी डेस्क एप डाउनलोड करवाया गया फिर खाते से पैसा गायब कर दिया गया। इसी तरह जार्जटाउन निवासी रविंद्र प्रकाश मिश्रा के खाते से 22 हजार रुपये से अधिक उड़ा दिया गया। उन्होंने किसी को बैंक खाते की जानकारी शेयर नहीं की थी। भुक्तभोगियों ने जार्जटाउन थाने में केस दर्ज कराया है।
पहले लिया लोन अब ब्लैकमेलिंग से परेशान : मोबाइल एप के जरिए एक शख्स को करीब चार हजार रुपये का लोन लेना भारी पड़ गया। साइबर अपराधी अब उस शख्स से न केवल सात हजार रुपये मांग रहा है बल्कि उसे आपत्तिजनक तस्वीर और वीडियो भेजकर ब्लैकमेल कर रहा है। इससे परेशानी युवक ने अब जार्जटाउन थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। उसने पुलिस को डोमिनी लोन एप के माध्यम से लोन लेने के बाद अब ब्लैकमेल किया जा रहा है।