सांस्कृतिक गतिविधियां बढ़ने से कलाप्रेमियों में उत्साह, इंटरनेट मीडिया पर जय-जय Prayagraj News
नाटक प्रस्तुति की अद्वितीय शैली ने हमें उस दौर में जीवंत पहुंचाने का काम किया। नाट्य कलाकार आदेश प्रजापति बताते हैं कि इन दिनों का वो बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। कम से कम अब वास्तविक मंच पर उतरने का मौका तो मिलेगा।
प्रयागराज, जेएनएन। बीते कुछ दिनों से सांस्कृतिक गतिविधियों की रंगत लौटने लगी है। अनलाॅक आयोजनों में कमी देखी गई थी, वहीं अब धीरे-धीरे चीजें पटरी पर आ रही हैैं। ये अलग बात है कि लाकडाउन के दौरान आनलाइन मंचों का चलन खूब बढ़ा, मगर आफलाइन कार्यक्रम करने का अहसास कलाकारों को एक अलग संतुष्टि का अनुभव देता है।
आनलाइन कार्यक्रमोंं मेंं नहीं वो बात
इंटरनेट मीडिया पर इन दिनों सफल आयोजनों की बड़ी जय-जय हो रही है। कलाप्रेमी खूब उत्साहित नजर आ रहे हैैं। गोधन व मुनरी के प्रेम में 'पंचलाइट' ने जमकर वाहवाही बटोरी। वहीं दुर्गा भाभी के तेवर ने देशभक्ति का भाव पैदा किया। कई यूजर ने तारीफ में लिखा भी कि नाटक प्रस्तुति की अद्वितीय शैली ने हमें उस दौर में जीवंत पहुंचाने का काम किया। नाट्य कलाकार आदेश प्रजापति बताते हैं कि इन दिनों का वो बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। कम से कम अब वास्तविक मंच पर उतरने का मौका तो मिलेगा। दरअसल सच कहें तो आनलाइन कार्यक्रमों में कलाकारों वो संतुष्टि नहीं मिल पाती जो उन्हें वांछित है। ये अलग बात है कि इसके बिना आगे काम भी संभव नहीं है।
मंचन देखने पर होती है सुखद अनुभूति
गायक कलाकार अभिषेक बताते है अब शहर में कार्यक्रमों की गाड़ी आगे बढ़ रही है। कुछ दिन पहले मेरा भी कार्यक्रम लगा था। लाइव गाने की अनुभूति बिल्कुल अलग थी। वैसे तो इंटरनेट मीडिया पर सक्रियता जरूरी है, मगर वास्तविक मंच की बात ही कुछ और है। कथक नृत्यांगना नेहा शर्मा ने कहा कि नृत्य के साथ थियेटर भी करती हूं। जब से अनलाक लागू हुआ है, कोई भी ऐसा मंचन नहीं है जो मैने न देखा है। हम चाहें तो घर बैठ कर लाइव भी इसे देख सकते हैैं, मगर नयन को वह सुखद अनुभूति नहीं मिलती जो प्रत्यक्ष का है।