NCZCC Prayagraj : निदेशक की कुर्सी पर रार से सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर संकट, संस्कृति मंत्रालय से ली जाएगी अनुमति
राजभवन ने जहां निदेशक का अतिरिक्त प्रभार जिलाधिकारी को सौंपा है। वहीं निदेशक रहे इंद्र्रजीत ग्रोवर संस्कृति मंत्रालय की दुहाई दे रहे हैं। ऐसे में आगामी दिनों में केंद्र से संचालित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (एनसीजेडसीसी) के निदेशक पद के लिए रार छिड़ी हुई है। राजभवन ने जहां निदेशक का अतिरिक्त प्रभार जिलाधिकारी को सौंपा है। वहीं, निदेशक रहे इंद्र्रजीत ग्रोवर संस्कृति मंत्रालय की दुहाई दे रहे हैं। ऐसे में आगामी दिनों में केंद्र से संचालित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
सूची संस्कृति मंत्रालय को भेजने की तैयारी
एनसीजेडसीसी के प्रभारी निदेशक संत कुमार ने बताया कि डीएम के निर्देश पर आगामी तीन महीनों में प्रस्तावित कार्यक्रमों की सूची संस्कृति मंत्रालय को भेजने की तैयारी है। संस्कृति मंत्रालय से अनुमति मिलने पर कार्यक्रम आयोजित कराए जाएंगे। उधर, राजभवन द्वारा निदेशक पद से हटाए गए इंद्रजीत ग्रोवर ने बताया है कि उनके साथ अन्याय किया गया है।
अनुमति मिलने पर 26 जनवरी को होगा भारत पर्व कार्यक्रम
प्रभारी निदेशक संत कुमार ने बताया कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में होने वाले भारत पर्व कार्यक्रम को लेकर अनुमानित खर्च दस लाख रुपये का बजट बनाकर मंत्रालय को भेजा जाएगा। अनुमति मिलने पर ही कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। कहा कि केंद्र चाहेगा कि सांस्कृतिक कार्यक्रम बाधित न होने पाए।
इंद्रजीत ग्रोवर को वापस लाने की मांग
जौनपुर, कौशांबी, बांदा आदि क्षेत्रों से आए कलाकारों ने इंद्रजीत ग्रोवर को निदेशक बनाने की मांग की है। छात्रों ने कहा कि उनके साथ हुए अपमानजनक व्यवहार से सभी युवा कलाकार दुखी हैं। वह सम्मान व लोक संस्कृति की रक्षा के लिए एकत्र हुए हैं। इसमें सभी ने एक मत से इंद्रजीत ग्रोवर को ससम्मान केंद्र में वापस लाने की मांग की। साथ ही इस संबंध में संस्कृति मंत्रालय व राजभवन को ईमेल भी भेज दिया है। इस दौरान विवेक रंजन, विप्लव यादव, शांता सिंह, बंटी, गगन सोनकर, रामसूचित, गोलू, कल्पना आदि कलाकार मौजूद रहे।