छोटे रेलवे स्टेशनों पर भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस सीसीटीवी कैमरों से पहचाने जाएंगे अपराधी
कुंभ मेले के दौरान प्रयागराज जंक्शन समेत कई बड़े स्टेशनों पर इसका ट्रायल सफल रहा है। अब प्रयागराज के फूलपुर प्रयाग स्टेशन पर भी यह टेक्नोलाजी काम करेगी। निर्भया फंड के जरिए इस टेक्नोलाजी का विस्तार रेलटेल के जरिए होगा
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। रेलवे अब अपने छोटे रेलवे स्टेशनों को भी टेक्नोलाजी से हाईटेक कर रहा है। यहां भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) इनेबल वीडियो एनालिटिक्स साफ्टवेयर और फेसियल रिकागनिशन साफ्टवेयर एक साथ लगाए जा रहे हैं । यह किसी भी संदिग्ध चेहरे और आतंकियों के स्केज व फोटो से मेल खाते ही अलर्ट जारी कर देंगे। यह आप्टिकल फाइबर केबल पर काम करेंगे और इसका सीधा प्रसारण आरपीएफ पोस्ट के साथ मंडल और जोनल स्तर के सीसीटीवी कंट्रोल रूम में होगा। कुंभ मेले के दौरान प्रयागराज जंक्शन समेत कई बड़े स्टेशनों पर इसका ट्रायल सफल रहा है। अब प्रयागराज के फूलपुर, प्रयाग स्टेशन पर भी यह टेक्नोलाजी काम करेगी। निर्भया फंड के जरिए इस टेक्नोलाजी का विस्तार रेलटेल के जरिए होगा जो जनवरी 2023 तक देश के 756 रेलवे स्टेशनों पर इसे स्थापित कर देगा।
कहां लगेंगे कैमरे
प्रतीक्षालय, आरक्षण काउंटर, पार्किंग क्षेत्र, मुख्य प्रवेश / निकास, प्लेटफार्म, फुट
ओवर ब्रिज, बुकिंग कार्यालय आदि स्थानों पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस युक्त सीसीटीवी कैमरे लगेंगे।
प्लेटफार्म पर लगेगी पैनिक बटन
प्रत्येक प्लेटफार्म पर दो पैनिक बटन लगेंगे। जैसे ही कोई पैनिक बटन दबाएगा कैमरे अपने आप पैनिक बटन की ओर घूम जाएंगे और ज़ूम करके संकटग्रस्त व्यक्ति की स्थिति दिखाते हुए अलार्म बजाएंगे।
एनसीआर के 25 स्टेशनों पर सुविधा
उत्तर रेलवे के प्रयाग व फूलपुर के अलावा उत्तर मध्य रेलवे के मिर्जापुर, कानपुर अनवरगंज, आगरा फोर्ट, राजा की मंडी, चित्रकूट धाम कर्वी, अलीगढ़, इटावा, अतर्रा, फतेहपुर, फिरोजाबाद, फफूंद, शिकोहाबाद, टूंडला, ललितपुर, विंध्याचल, उरई, बबीना, बांदा,डाबरा,
दतिया, धौलपुर, ग्वालियर, खजुराहो, महोबा, मानिकपुर,
मुरैना स्टेशन पर यह टेक्नोलाजी स्थापित होगी।
रेल टेल पीआरओ ने यह बताया
इसका टेंडर जारी किया गया है। छह महीने के अंदर यह 756 स्टेशन पर लग जाएंगे। अलग अलग चरणों में देश के अन्य स्टेशनों पर भी यह लगाया जाएगा।
सुचित्रा प्रधान, पीआरओ रेल टेल
सीपीआरओ ने जानिए क्या कहा
टेक्नोलाजी के साथ सुरक्षा बढ़ाने की दिशा में यह बड़ा कदम है। वर्तमान के साथ भविष्य में भी इसके ढेरों लाभ मिलेंगे।
डा. शिवम शर्मा, सीपीआरओ, उत्तर मध्य रेलवे