जनता और स्वास्थ्य विभाग की दोहरी मोर्चेबंदी से 2021 में बंधता दिख रहा Prayagraj में कोरोना का बोरिया बिस्तर
जिस कोविड-19 ने दुनिया भर में अपना खौफ जमाया संगम नगरी में उसका बोरिया बिस्तर अब बंधता दिख रहा है। चिकित्सा का मोर्चा मजबूत होने और गाइडलाइन के अनुसार लोगों की बनी आदत ने 2021 में यह सुखद परिणाम दिया है। नए संक्रमित एक फीसद भी नहीं मिल रहे हैं
प्रयागराज, जेएनएन। जिस कोविड-19 ने दुनिया भर में अपना खौफ जमाया, संगम नगरी में उसका बोरिया बिस्तर अब बंधता दिख रहा है। चिकित्सा का मोर्चा मजबूत होने और गाइडलाइन के अनुसार लोगों की बनी आदत ने 2021 में यह सुखद परिणाम दिया है। कोरोना वायरस के नए संक्रमित अब प्रत्येक दिन कुल जांच की अपेक्षा एक फीसद भी नहीं मिल रहे हैं तो वहीं 500 बेड की क्षमता और सुविधाओं से लैस अस्पतालों में भर्ती मरीजों की संख्या अब 50 भी नहीं रह गई है।
नए संक्रमितों का आकड़ा एक फीसद से भी कम, कोविड अस्पतालों में पसरा सन्नाटा
प्रमुख रास्तों के लगभग सभी चौराहों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम से लगातार यह आगाह किया जा रहा है कि अनलॉक जरूर हुआ है, लेकिन कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। इसका असर भी हुआ है। लोगों ने नाक व मुंह पर मास्क लगाने को अपनी आदत बना लिया है। यहां तक कि बच्चे भी बिना मास्क के घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं। तो वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने जांच इतनी बढ़ा दी है जिसके आगे कोरोना पस्त पड़ गया। अब परिणाम दिखने भी लगे हैं। 15 जनवरी के बाद से प्रत्येक दिन नए संक्रमित 24 के आसपास ही मिल रहे हैं जबकि सैंपल औसत 6000 लिए जा रहे हैं। जबकि 6000 का एक फीसद ही 60 होता है। इसके अनुसार नए संक्रमितों की संख्या एक फीसद से भी काफी कम रह गई है।
कोविड अस्पतालों में सन्नाटा
जिले में चार कोविड अस्पताल हैं। इनमें एल थ्री लेवल के सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक एसआरएन में 200 मरीजों को एक साथ भर्ती कर इलाज की सुविधा है लेकिन इसमें अब 28 लोग ही भर्ती हैं। जबकि 100-100 बेड की क्षमता वाले कालिंदीपुरम कोविड केयर सेंटर में चार, यूनाइटेड मेडिसिटी एंड मेडिकल कालेज में पांच, बेली अस्पताल में कुल आठ लोग ही भर्ती हैं। प्रत्येक दिन करीब 15 लोग डिस्चार्ज किए जा रहे हैं।
शहर से संगम तक सक्रियता
कोविड-19 के नोडल अधिकारी डॉ. ऋषि सहाय ने बताया कि कोरोना संक्रमण पर अब पूरी तरह से लगाम कसी गई है। शहर से लेकर संगम क्षेत्र तक पूरी सक्रियता बरती जा रही है। यह सही है कि कोरोना का डर कम हुआ है लेकिन स्वास्थ्य कर्मी व अन्य लोग भी टीकाकरण पूरा होने तक गाइडलाइन का पालन जरूर करते रहें।