Allahabad University में अब वरिष्ठता सूची को लेकर नया विवाद, HRD मंत्रालय को भेजा पत्र Prayagraj News
इविवि प्रशासन के पास वरिष्ठता सूची थी ही नहीं। यही वजह थी कि दिन भर मंथन के बाद प्रो. पीके साहू को एक दिन का कुलपति बनाया गया।
प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) में वरिष्ठता सूची को लेकर उपजा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सूची को लेकर ही पूर्व कुलपति प्रोफेसर रतन लाल हांगलू पर भी तमाम आरोप लगे थे। उनके इस्तीफे के बाद बतौर कार्यवाहक कुलपति प्रो. केएस मिश्र ने इविवि की कमान संभाली। जब वह रिटायर्ड हुए तब से शुरू वरिष्ठता सूची का विवाद अब तक नहीं थम सका है। इसके लिए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एचआरडी) तक को पत्र लिखा गया है।
इविवि प्रशासन के पास वरिष्ठता सूची थी ही नहीं
कार्यवाहक कुलपति प्रो. केएस 14 जनवरी 2020 को रिटायर्ड हो गए थे। इसके बाद केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने पत्र जारी कर कहा कि वरिष्ठता सूची में जो शिक्षक सबसे ऊपर हो, उसे कार्यवाहक कुलपति का दायित्व सौंप दिया जाए। इविवि प्रशासन के पास वरिष्ठता सूची थी ही नहीं। यही वजह थी कि दिन भर मंथन के बाद प्रो. पीके साहू को एक दिन का कुलपति बनाया गया। उन्होंने निर्देश दिया था कि वरिष्ठता सूची जल्द सार्वजनिक की जाए। इसके अलावा कई विभागों के शिक्षकों ने रजिस्ट्रार प्रो. एनके शुक्ल को पत्र लिखकर वरिष्ठता सूची की मांग की ताकि पारदर्शिता से वरिष्ठता के क्रम में शिक्षकों को जिम्मेदारी दी जा सके।
इविवि के अफसर कुछ भी बोलने से कतराते रहे
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय को भी पत्र लिखे जाने के बावजूद इविवि प्रशासन ने कोई पहल नहीं की। यही वजह है कि कला संकाय के डीन का कुर्सी भी लंबे वक्त तक खाली रही। अब भी तमाम शिक्षक वरिष्ठता सूची जारी करने की मांग कर रहे हैं। इस संदर्भ में इविवि के अफसर कुछ भी बोलने से कतराते रहे।