'नोटा' और 'डाटा' मसले पर चर्चा के लिए बनी सहमति
दैनिक जागरण यूथ पार्लियामेंट के आयोजन का यह तीसरा वर्ष है। लंबी प्रक्रिया के बाद नगर के 50 युवाओं का चयन सांसद के रूप में किया गया है। नॉलेज पार्टनर टपहोप के एक्सपर्ट शुभम गौतम ने बिल में सुधार और उसे प्रस्तुत करने का तरीका बताया।
प्रयागराज : जागरण यूथ पार्लियामेंट का चार दिवसीय शीतकालीन सत्र मंगलवार से यहां शुरू हुआ। सिविल लाइंस स्थित होटल ट्यूलिप इन में सत्र की शुरुआत महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान किए जाने से हुई। बिल ड्राफ्टिंग के संबंध में बताया गया। कुल चार मुद्दे उठे। इनमें दो पर चर्चा के लिए सहमति बनी।
जागरण यूथ पार्लियामेंट (जेवाइपी) के शीतकालीन सत्र में शामिल युवा प्रतिभागियों का उत्साह उद्घाटन सत्र में देखते ही बना। चार मुद्दे सदन में चर्चा के लिए लाए गए। यह थे -क्या नए ट्रासजेंडर बिल से उनकी स्थिति सुधरेगी?, सिविल सेवा में सामान्य वर्ग के लिए दाखिले की उम्र कम करना सुधारवादी कदम है? नोटा की प्रासंगिकता किस तरह बचाए रखी जाए ? डाटा पर नजर रखने की अनुमति क्या निजता के अधिकार का उल्लंघन है? युवा सांसद सौम्या यादव ने डाटा का मसला रखा जबकि युवा सांसद अभिषेक कुमार ने नोटा का। इस पर बहस के लिए सहमति बनी।
इसके अलावा सदन में अनुसूचित जातियां और अनुसूचित जनजातीय (अत्याचार निवारण) संशोधन विधायक, 2018 पर बहस शुरू हुई। सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री अक्षय कुमार तथा संबंधित मंत्रालय से संबंधित समिति के सदस्य अभिषेक सिंह ने पटल पर बिल प्रस्तुत किया। विपक्ष के साक्षर गुप्ता ने इसे कोर्ट की अवमानना कहा। संक्षेप बरनवाल ने भी अलग अलग प्रकरणों का उल्लेख किया। अनुराग गुप्ता ने बिल की तारीफ की, लेकिन जमानत ना मिलने की बात का प्रावधान बदलने की बात कही। विपक्षी सदस्य प्रशांत पाडेय ने नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के आंकड़े पेश करते हुए कहा कि पुलिस को और प्रशिक्षित किया जाना चाहिए।
संसदीय कार्य मंत्री शिवशकर मिश्रा ने आश्वस्त किया कि जमीनी हकीकत ध्यान में रखी जाएगी। उल्लेखनीय है कि युवाओं को संसदीय प्रणाली की जानकारी प्रदान करने के लिए दैनिक जागरण यूथ पार्लियामेंट के आयोजन का यह तीसरा वर्ष है। लंबी प्रक्रिया के बाद नगर के 50 युवाओं का चयन सांसद के रूप में किया गया है। नॉलेज पार्टनर टपहोप के एक्सपर्ट शुभम गौतम ने बिल में सुधार और उसे प्रस्तुत करने का तरीका बताया। विपक्ष के नेता का चुनाव किया भी हुआ। संदीप कुमार मतदान के जरिए नेता प्रतिपक्ष चुने गए। महिला आयोग पर प्रारंभिक रिपोर्ट :
जेवाइपी शीतसत्र के पहले दिन छह सदस्यीय आयोग ने राष्ट्रीय महिला आयोग पर प्रारंभिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। शशाक पाठक ने आयोग का परिचय दिया। सांसद बेबी ने आयोग की आवश्यकता के संबंध में सदन को अवगत कराया। अभिषेक कुमार इस आयोग के संरचना बताई। अमित वर्मा ने आयोग के कार्यो के बारे में अपना मत प्रस्तुत किया। अनामिका पाडेय ने आयोग की चुनौतियों की चर्चा की। कार्यशाला का आयोजन :
संसदीय प्रणाली को समझाने के लिए कार्यशाला भी हुई। अलग अलग समूह में बंटे सांसदों को समूह में बांट कर कार्यवाही चली। लोकतंत्र के विभिन्न स्तंभों की भूमिका बताई गई।