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कागज पर धान खरीद करने वाली समितियां होंगी ब्लैक लिस्टेड Prayagraj News

सभी एसडीएम को तहसीलों का नोडल अधिकारी बनाकर उन्हें धान क्रय केंद्रों की जांच करने के निर्देश दिए गए हैैं। एसडीएम से जांच कर रिपोर्ट भी प्रेषित करने को कहा गया है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Wed, 20 Nov 2019 09:36 AM (IST)Updated: Wed, 20 Nov 2019 03:16 PM (IST)
कागज पर धान खरीद करने वाली समितियां होंगी ब्लैक लिस्टेड Prayagraj News
कागज पर धान खरीद करने वाली समितियां होंगी ब्लैक लिस्टेड Prayagraj News

प्रयागराज,जेएनएन : कागज पर धान क्रय केंद्र चलाने वाली पंजीकृत समितियों को काली सूची में डाला जाएगा। धान क्रय केंद्रों पर खरीद में व्यापक पैमाने पर हो रही धांधली की पड़ताल की खबर दैनिक जागरण में सोमवार के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित होने पर विभाग के अफसरों में हड़कंप मच गया। डीएम भानुचंद्र गोस्वामी ने इस मामले में उच्चस्तरीय जांच के निर्देश दे दिए। इसके अलावा डीएम की ओर से डिप्टी आरएमओ से पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की गई है। आरएमओ ने भी विभाग के 14 एमओ की जांच टीम गठित कर दी है।

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डीएम ने एडीएम आपूर्ति को दिए जांच कर कार्रवाई के आदेश

जिले में अभी तक कुल 106 धान क्रय केंद्र खोले गए हैैं। इसमें सबसे ज्यादा पंजीकृत समितियों के 36 केंद्र हैैं। अभी लगभग 20 और केंद्र इन्हीं पंजीकृत समितियों के खोले जाने हैैं। इसके अलावा पीसीएफ के 23, यूपी एग्रो के नौ, कर्मचारी कल्याण निगम के 14, एफसीआइ के तीन, खाद्य विभाग के विपणन शाखा के 21 केंद्र खोले गए हैैं। सोमवार को दैनिक जागण की पड़ताल में पंजीकृत समितियों समेत विभागों के लगभग 50 केंद्र बंद मिले थे। पड़ताल में यह भी पता चला कि ये केंद्र कागज पर संचालित हो रहे हैैं। न तो वहां कोई व्यवस्था है और न ही खरीद हो रही है। समाचार प्रकाशित होने पर अधिकारी सक्रिय हो गए। मंगलवार को डीएम ने मामले में एडीएम आपूर्ति को जांच कराकर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए।

पूरे प्रदेश में  क्रय केंद्र नहीं खोल पाएंगी ब्‍लैक लिस्‍टेड समितियां

एडीएम आपूर्ति ने बताया कि जांच कराकर कागज पर धान क्रय केंद्र करने वाली पंजीकृत समितियों को काली सूची में डाला जाएगा, जिसे ऑनलाइन कराया जाएगा, जिससे वे प्रदेश में कहीं भी क्रय केंद्र न खोल सकें। यही नहीं उनके संचालकों का ब्यौरा भी रखा जाएगा, जिससे वे दूसरी समिति बनाकर इस तरह का फर्जीवाड़ा न कर सकें। बताया कि सभी एसडीएम को तहसीलों का नोडल अधिकारी बनाकर उन्हें धान क्रय केंद्रों की जांच करने के निर्देश दिए गए हैैं। एसडीएम से जांच कर रिपोर्ट भी प्रेषित करने को कहा गया है।

14 एएमओ क्रय केंद्रों की जांच में लगे

दूसरी ओर आरएमओ दुर्गेश प्रसाद ने भी जांच बैठा दी है। डिप्टी आरएमओ विपिन कुमार ने बताया कि 14 एएमओ को जांच के लिए लगाया गया है। मंगलवार से ही जांच शुरू करा दी गई है। किसी भी केंद्र पर गड़बड़ी मिली तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। बताया कि एक नवंबर से धान की खरीद शुरू हुई है। इस बार भी जिले का लक्ष्य एक लाख 93 हजार मीट्रिक टन धान खरीदने का है। अब तक लगभग साढ़े पांच सौ मीट्रिक टन धान खरीदा जा सका है।

आरएफसी ने की हंडिया क्रय केंद्र की जांच

दूसरी ओर धान क्रय केंद्र की जांच के लिए आरएफसी देवराज यादव भी निकले। उन्होंने हंडिया के कई केंद्रों की जांच की, हालांकि रिपोर्ट नहीं दी है। इसी तरह पीसीएफ के जिला प्रबंधक ने भी कई क्रय केंद्रों की जांच की। इस दौरान चार क्रय केंद्रों पर जागरण में प्रकाशित खबर की पुष्टि हुई। चारों उपकेंद्रों पर अनियमितता पाई गई, जिस पर जिला प्रबंधक ने चारों उपकेंद्रों को नोटिस भेजा है। दो दिन के अंदर जवाब मांगा है।


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