Move to Jagran APP

वाणिज्यिक कर विभाग ने सराफा व्यापारियों का विवरण खोजा, अब सीबीआइ कसेगी शिकंजा Prayagraj News

दरअसल बर्खास्त अफसर ने सीबीआइ को कुछ रसीदें मुहैया कराई थीं। इसमें पांच फर्मों द्वारा वर्ष 2011 से 2013 तक पुराना सोना खरीदने-बेचने के धंधा का जिक्र है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Wed, 05 Feb 2020 01:36 PM (IST)Updated: Thu, 06 Feb 2020 09:14 AM (IST)
वाणिज्यिक कर विभाग ने सराफा व्यापारियों का विवरण खोजा, अब सीबीआइ कसेगी शिकंजा Prayagraj News
वाणिज्यिक कर विभाग ने सराफा व्यापारियों का विवरण खोजा, अब सीबीआइ कसेगी शिकंजा Prayagraj News

प्रयागराज,जेएनएन । बर्खास्त रेलवे अफसर से जुड़े जिस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) को पांच सराफा कारोबारियों की तलाश है, उन कारोबारियों का ब्यौरा वाणिज्यकर विभाग ने खोज निकाला है। अब उसे सीबीआइ को भेजने की तैयारी है। माना जा रहा है कि सीबीआइ जल्द ही इन कारोबारियों पर शिकंजा कसेगी।

loksabha election banner

बर्खास्त रेलवे अफसर से जुड़े हैं पांच सराफा कारोबारियों के तार

रेलवे के एक बर्खास्त अफसर से जुड़े मामले की जांच सीबीआइ कर रही है। शहर के पांच सराफा कारोबारी भी इस अफसर से जुड़े हैं। दरअसल बर्खास्त अफसर ने सीबीआइ को कुछ रसीदें मुहैया कराई थीं। इसमें पांच फर्मों द्वारा वर्ष 2011 से 2013 तक पुराना सोना खरीदने-बेचने के धंधा का जिक्र है। वर्ष 2017 तक फर्में एक-एक कर गुम हो गईं। अफसर ने सीबीआइ को बताया था कि वह इन्हीं फर्मों से  पुराना सोना खरीदता था। पिछले महीने इन फर्म संचालकों यानी सराफा कारोबारियों की खोजबीन में सीबीआइ टीम आइ तो कोई जानकारी नहीं मिली।

सभी खंड कार्यालयों से फर्मों के बारे में जुटाया ब्‍योरा

वाणिज्यकर विभाग के डिप्टी कमिश्नर (डीसी प्रशासन) से मिलकर सीबीआइ टीम ने फर्मों की जानकारी मांगी। वाणिज्य कर अधिकारियों ने सभी खंड कार्यालयों से फर्मों के बारे में ब्योरा जुटाया। खंड कार्यालयों ने पंजीयन के समय फर्म संचालकों द्वारा मुहैया कराए गए अभिलेख डीसी (प्रशासन) को उपलब्ध करा दिए हैं। इनमें फर्मों का नाम, पता, संचालकों के मोबाइल और पैन नंबर शामिल हैं। दो-दो फर्में नैनी एवं मेजा और एक फर्म कटरा क्षेत्र में संचालित होती है। तीन फर्मों का पंजीयन वैट से जीएसटी में करा लिया गया है।  दो फर्मों के पंजीयन निरस्त हो गए हैं। आशंका है यह फर्में दूसरे नाम से कारोबार कर रही हैैं। डिप्टी कमिश्नर (प्रशासन) अरुण कुमार गौतम ने बताया कि खंड कार्यालयों से सूचना प्राप्त हो गई है। पंजीकृत डाक से विवरण सीबीआइ को भेजने की कार्रवाई की जा रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.