Flashback : आज ही के दिन दूरदर्शन पर शुरू हुआ था रंगीन प्रसारण Prayagraj News
छत पर एल्युमिनियम का एंटीना बांस में बांधकर काफी ऊंचे पर लगाना पड़ता था। आंधी आने या चिडिय़ों के बैठने से अगर एंटीना हिल जाता तो सिग्नल चला जाता था।
प्रयागराज, जेएनएन। विज्ञान और तकनीक ने हमेशा ही बदलाव के साथ सौगात दी हैं। ऐसी ही एक सौगात टेलीविजन के दर्शकों को 38 साल पहले मिला था। आज ही के दिन यानी 25 अप्रैल 1982 को टीवी पर दिल्ली दूरदर्शन से पहली बार रंगीन प्रसारण हुआ था। तब रंगीन टीवी इक्का-दुक्का धनाढ्य लोगों के घर में ही होती थी।
छत पर एंटीना काफी ऊंचे पर लगाना पड़ता था
स्टैनली रोड बेली कालोनी निवासी सेवानिवृत्त फिजियोथेरेपिस्ट सोमनाथ शर्मा ने बताया कि 1984 में पुराना ब्लैक एंड व्हाइट टीवी खरीदा था, जो अक्सर खराब हो जाता था। तब फतेहपुर बिछुआ निवासी एक मैकेनिक से पुरानी रंगीन टीवी खरीद लिया। इससे पहले रंगीन प्रसारण नहीं देखा था। छत पर एल्युमिनियम का एंटीना बांस में बांधकर काफी ऊंचे पर लगाना पड़ता था। आंधी आने या चिडिय़ों के बैठने से अगर एंटीना हिल जाता तो सिग्नल चला जाता था। रंगीन टीवी घर लाने से आसपास के लोग समाचार या अन्य कार्यक्रम देखने आते थे।
खास बातें
-25 अप्रैल 1982 को टीवी पर दिल्ली दूरदर्शन से हुई शुरुआत
-38 साल पहले मिली थी टेलीविजन के दर्शकों को एक सौगात
- तब छत पर बांस में बांधना पड़ता था टीवी का एंटीना
- पहले पहल टीवी खरीदने वालों के जेहन में ताजा हैं यादें।
ब्लैक एंड व्हाइट टीवी स्क्रीन पर रंगीन पन्नी लगाकर करते थे रंगीन
कर्नलगंज निवासी बैंक कर्मी शंकर चटर्जी बताते हैं कि 1985 में ब्लैक एंड व्हाइट टीवी ली और 87 में रंगीन टीवी खरीद ली थी। तब उनके घर व पड़ोस के लोगों में भी बड़ी उत्सुकता थी जिनके घर ब्लैक एंड व्हाइट टीवी थी वे हरी, नीली या गुलाबी पन्नी स्क्रीन पर चिपकाकर रंगीन टीवी का आनंद उठाते थे।